Page 26 - HINDI_SB28_Daniel1
P. 26
राजा को क्य� परेशान िकया
जाये, जबिक तुम पहले ही
मरना चाहते हो? स्वप्न� का अथर् बताना मनुष्य� की
ओर से नही, ब�ल्क परमे�र की
ओर से होता है।
देवता नही बोलते है, कम से कम जो
ज्ञानी होने का वेष धारण करता है।
देवता� ने मुझे एक स्वप्न के साथ पीड़ा
दी है और अथर् भी नही �कट िकया
िक यह है।
हे राजा, म� िवनती
करता �ँ िक तू मुझे तेरे
स्वप्न को बताने का
एक अवसर �दान करे।
महाराज, �बंधक बेल-जूर कहता है िक
य�दी, तुम भी अन्य बु��मान� के जैसे ही, बस
उसमे पिव� ई�र� की आत्मा रहती है।
अिधक समय बढ़ाने की कोिशश कर रहे हो।
अय्य�क, तूने इस मूखर् के साथ मेरा
समय क्य� बबार्द िकया है।
मेरे स्वामी, आपने स्वयं
उसकी बु��मानी दे�ख है।
तुम्हारे पास िसफर् एक ही मौका होगा,
म� एक और स्वप्न नही
सह सकता – अगर मुझे इसका अथर् नही पता
चला तो म� पागल हो जाऊँगा।
जब कोई मुझे मेरा स्वप्न बताए, तो म� वो जान
ँ
लूगा की म� उसके बताये �ए अथर् पर
भरोसा कर सकता �ँ। सु�िति�त, महान राजा। क्य�िक परमे�र ही
एक मा� स्वप्न� को �कट कर सकता है।
24 24 दािनय्येल 2:16