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हम सुबह को
        स्वप्न जान�गे.....

         ....या हम मरने वा
         ले पहले ���
            ह�गे।




















                                           उसी शाम को।       नह� तो, हम सब कल
                                                                 उससे िमल�गे।

                               मेरे दोस्त�, मेरे साथ स्वगर्
                                के परमे�र से दया के
                                 �लए �ाथर्ना करो।














































                                                दािनय्येल 2:16                             25 25
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