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तेरे देखते एक च�ान ने उस मूितर् को न� कर िदया
 ु
 सबह।                                                    और मूितर् भूसे की तरह चूर-चूर हो गयी,
                                                    जो िबना एक िनशान छोड़े नाश हो गयी। हे राजा, लेिकन वह
 क्या तुम बाकी के तांि�क� और धोखेबाज�               च�ान एक ब�त बड़ा पहाड़ बनकर पूरी पृथ्वी पर फ ै ल गया।
 के साथ मरने के �लए तैयार हो जो खुद को              तुम.... तुम मेरा
  मेरे ज्ञानी बताते ह�।                              स्वप्न जानते हो!
                                                      लेिकन इसका
 परमे�र बु��मान� को बु�� दे
                                                      अथर् क्या है?  स्वगर् के परमे�र ने तुझको राज्य और सामथ्यर्
 ता है और समझदार� को ज्ञान।
                                                                 �दान की है। वो सोने का िसर तू है।
 वह रहस्यमय और िछपी बात� को �कट करता है,
  और वह जानता है िक अंधेरे म� क्या िछपा है,                तेरे बाद एक और राज्य उदय होगा,
  और �काश उसके साथ रहता है।                                 हे राजा, जो तुझसे नीचा होगा।  तभी एक पीतल का तीसरा राज्य
 टालना बन्द करो, नही तो मुझे एक िदन और इन्तजार                               जो पृथ्वी पर राज्य करेगा।
 कराने के �लए सबसे पहले तुम्हारा सर काट कर
 िगराया जाएगा।
                                                                   अंत म� लोहे का चौथा राज्य आएगा, जो अन्य सभी को कुचल
                                                                      कर तोड़ डालेगा। लेिकन इस राज्य के लोग िमलावटी
                                                                     ह�गे और एकजुट नही रह�गे, जैसे लोहा िम�ी के साथ
                                                                            एकमेल नही हो पाता।
 कोई तांि�क या ज्योितषी राजा को यह
 रहस्य नही समझा सकता क्य�िक
  यह परमे�र की ओर से है। यह रहस्य मुझ पर इस�लए नह�
 �कट िकया गया क्य�िक म� ज्यादा बु��मान �ँ,
  ब�ल्क इस�लए िक तू समझ जाए।











                                                                      उन राजा� के िदन� म� ही स्वगर् का परमे�र
                                                                      एक राज्य उदय करेगा िजसका कोई अंत
                                                                           नही होगा।
                                                                        जो परमे�र ने तुझे िदखाया है िक
                                                                           भिवष्य म� क्या होगा।
                                                                         स्वप्न सच है और अथर्
                                                                          भी िव�ासयोग्य है।




                                              िनसन्देह तुम्हारा परमे�र ही सब ई�र� का परमे�र और राजा�
                                                का �भु और एकलौता रहस्य� का �कट करनेवाला है,
                                                   तभी तुम मेरे रहस्य पर से पदार् उठा पाये।





 हे राजा, तूने एक ब�त बड़ी मूत� को देखा,
 जो देखने म� भयंकर,
 िसर शु� सोने का था, छाती और हाँथ चाँदी के, इसम� एक
 पीतल का पेट और जांघ�, लोहे की टांग�, और                                         दािनय्येल  2:27-47
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 पैर लोहे और िम�ी की िमलावट के थे।
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