Page 32 - HINDI_SB57_Letters1
P. 32
यिद एक मसीही िकसी पाप म� पकड़ा भी जाए, तो
ु
े
े
े
त�� जो आ��क हो, धीर-धीर से उसे सही रा� पर
े
वापस लान म� मदद करनी चािहए - यह याद रखना
िक वह तुम भी हो सकत हो।
े
े
े
एक दू सर की परशािनयों और
दु:खों का भार उठाओ।
े
े
े
याद रखो िक तुम परम�र को न अनदखा कर सकत हो
े
े
े
और ना उसस दू र भाग सकत हो - एक ��� हमशा उसी
े
ै
तरह की कटनी काटगा जसा वह बोता है!
े
ु
यिद वह अपन शरीर के िलए बोता है, तो वह बराई के
े
ु
बीज बोता है, और मृ�ु की कटनी काटगा - पर� यिद
�
वह आ�ा के िलए अ�ी चीज बोता है, तो वह अन�
जीवन की कटनी काटगा।
े
े
े
देखो, म�न कै स बड़े अ�रों म� - इन समापन के श�ों को
अपनी िलखावट म� िलखा है!
जो खतना के िवषय म� िसखा रहे ह�
े
वे प्रिस� होना चाहत ह� और
मसीह के क्रू स की ओर से आन े
े
वाल उ�ीड़न से बचना चाहत ह�।
े
े
े
परम�र न कर िक म� अपन े
ु
प्रभु यीश मसीह के क्रू स के
िसवा िकसी और बात पर
घम� क�ँ ।
�ोंिक उस क्रू स की वजह से,
ु
�
दिनया की सभी आकषक व�ुओं
े
म� मेरी िदलच�ी ब�त पहल ही
ख� हो गई थी।
े
इसस कोई फक� नहीं पड़ता िक
हमारा खतना �आ है या नहीं -
े
�ा मायन रखता है िक �ा हम
ु
सचमच एक नए डील-डौल म �
�
प�रवितत हो गए ह�।
30 30 गलाितयों 6
गलाितयों 6