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            े
       पौलस न रोम के  प्रा� गलाितया के  दि�णी भाग म� कई
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                                                                                  लितयो
                                ु
       कलीिसयाओं की स्थापना की, जो अब आधिनक तुक� है।                            गलितयोंं





















         ु
           े
      पौलस न यह पत्री झूठे  िश�कों की
             ु
                     े
       िश�ा का मकाबला करन के  िलए
       िलखा था जो िक लोगों को उ�ार
            े
      प्रा� करन के  िलए मूसा की �वस्था
          का पालन करना था।
                                                                           े
                                                                       यह प्र�रत �ारा िलखा गया एकमात्र
                                                                                         े
                                                                                  �
                                                                                     े
                                                                       ऐसा पत्र है िजसम इसक पढ़नवालों
                                                                               ं
                                                                        के  िलए प्रशसा शािमल नहीं है।
                               े
                                     ु
                          े
      गलाितयों की पु�क से हम सीखत ह� िक प्र�रत पौलस अपन  े
                 �
                           �
         �दय-प�रवतन के  बाद तीन वष तक अरब म� रहा।



                                                         ु
         े
                े
      उसक बाद वह प्र�रत पतरस से                       पौलस इस बात पर जोर दे रहा था िक के वल मसीह म�
                                                                               ु
                                                       िव�ास के  �ारा धम� ठहराया जाना ही ससमाचार है।
                े
          े
      िमलन और उसस प�रिचत होन  े
                 े
        के  िलए य�शलम आया।



                                                                                          �
                                                                                ु
                                                                             पर� यिद हम या �ग का
                                                                                       ु
                                                                              कोई दू त उस ससमाचार
                                                                                          ु
                                                                                         े
                                                                              को छोड़ जो हम न त��
                                                                                ु
                                                                               सनाया है, कोई और
                                                                                          �
                                                                               ु
                                                                             ससमाचार प्रचार कर, तो
                                                                                   े
                                                                              वे परम�र की ओर से
                                                                                  श्रािपत हों!
                                             गलाितयों 1                                    25 25
                                             गलाितयों 1
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