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क् योंिक हम जानत ह�, िक जब हमार शरीर का यह त�ू समान घर िगराया
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जाएगा, तो हमार पास �ग म� नए शरीर होंग। े
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क् योंिक हम सभी को अपन पािथव शरीर म� िकए गए भल या बर कामों के
िलए मसीह के सामन खड़ा होना पड़गा।
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हम इस तरह से जीवन िबतान की कोिशश करत ह� िक कोई भी कभी
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परम�र न हम� लोगों को उसक साथ मेल-िमलाप करन े भी परम�र को खोजन से पीछ न रहे - तािक कोई भी हमम दोष पाकर
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की िवनती करन के िलए िवशष-अिधकार िदया है। प्रभु पर दोष न लगाए।
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�ोंिक परम�र मसीह म था, और ससार को
�यं म� पुन: स्थािपत कर रहा था, और लोगों के
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पापों को उनक िव�� म� नही िगनता – यही
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हमारा अदत सदेश है।
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हर बात म� हम यह प्रगट करन े
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की कोिशश करत ह� िक हम
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परम�र के स�े सेवक ह�।
हम धैय�पूव�क हर तरह की पीड़ा और
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सकटों और �ेशों को सहन करत ह�।
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हम� पीटा गया, जल म� डाल िदया गया,
क्रोिधत भीड़ का सामना करना पड़ा,
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प�रश्रम के साथ काम करन म�, रातों म�
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पहरा देत �ए जागत रहन और उपवास
के कारण दबलता म। �
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20 20 II कु �र��यों 5-6II कु �र��यों 5-6