Page 24 - HINDI_SB53_Acts1
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       “सदकी समदाय के  याजकों को प्र�रतों से जलन होती थी। उ�ोंन  े
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                                   े
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        वही िकया जो वे जानत थे - उ�ोंन उ�� रोकन के  िलए उनको
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                   बदीगह म� डाल िदया।”
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        लगता है िक त�� नहीं पता
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        िक आदशों का पालन कै स  े
        िकया जाता है। शायद हम
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                                                                              े
          त�� िसखा सकत ह� -                                            शायद लोह की सलाखों
                  ु
          अिशि�त मछआरों!                                                के  पीछ एक और रात
                                                                            े
                                                                        ु
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                                                                           े
                                                                       त�ार नज�रय को बदल
                                                                             देगी।




























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               ं
         जाओ - मिदर के  आगनों म�
          खड़े हो जाओ और लोगों
         को इस नए जीवन का पूरा
             सदेश सनाओ।
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                                             े प्रे�रतों के  काम 5:17-20
     22 22                                  प्र�रतों के  काम 5:17-20
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