Page 29 - HINDI_SB53_Acts1
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                    “उस ��� का नाम                  “��फनस पिवत्र आ�ा और
                           ु
                      ��फनस था।”                       िव�ास से भरा था।”
                                    ं
                         “जैसे-जैसे यह आदोलन बढ़ता      “िवधवाओं और
                                                           ं
                            े
                        गया, प्र�रतों को एहसास �आ िक वे   ज�रतमदों को भोजन
                                                             े
                                           े
                        अब अपना समय भोजन परोसन म�    िवत�रत करन के  िलए
                                  े
                                         े
                        नहीं िबता सकत, ब�� परम�र के    उ�� और सात अ�
                                           �
                                     े
                         वचन का प्रचार करन और प्राथना   लोगों को चुना गया।।”
                                  े
                          पर �ान देन की ज�रत है।”








                       ु
                “यह एक ब��मानी से भरा और रणनीितक
                                        े
                                     े
                         े
                कदम था िजसन कलीिसया को आग बढ़न म�    म� देख सकता �ँ!
                        मदद की थी।”                 म� देख सकता �ँ!
                                                                    ु
                                                                     े
                                                                 यीश न तुझे चंगा
                                                                िकया है — नासरत के
                                                                    ु
                                                                  यीश मसीह न। े










                                                                 े
                                                                                     े
                                                                        ु
                                                             “परम�र ��फनस के  साथ था; वह परम�र के
                                                                                      े
                                                                        �
                                                             अनुग्रह और साम� से भरा �आ था। उसन लोगों
                                                                        ्
                                                                 के  बीच अदत िच�ों को िदखाया।”
          े
                  ं
        “लिकन अ� प्रातों के  य�िदयों के  साथ िवरोध के  बाद, उसे
                                                          े
                                                                ु
                                                                   ु
         पकड़ िलया गया और झूठे  आरोपों और झूठे  दावों के  साथ   “लिकन िथयिफलस, यह वह जगह भी है जहाँ से
                            े
                                                            ु
                 महासभा के  सामन लाया गया।”              तरसस के  शाऊल की कहानी शु� होती है...”












                                         प्र�रतों के  काम 6:1-15                           27 27
                                          े प्रे�रतों के  काम 6:1-15
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