Page 25 - HINDI_SB53_Acts1
P. 25
�ा - �ा �आ
होगा?
े
यह कै स हो सकता है?
े
दारोगा न देखा िक न तो
कोई भागा और न ही कोई
आया।
हमारा े ु
दरवाज सरि�त �प से बंद थे
नकसान ह�। और दारोगा भी �ार पर खड़े थे।
ु
देखो! उन
ु
प�षों को....
ु
े
....त�ार �ारा िगर�ार िकए
ं
ु
गए मन� अब मिदर के
आंगनों म� खड़े ह� और सभी
लोगों को िश�ा दे रहे ह�।
यह नहीं हो
सकता....
यिद है - तो उ��
िगर�ार करो। इसी
व�।
ु
तमको उ��
े
िगर�ार करन का
अिधकार िकसन े
े
िदया है? उ�ोंन कोई
अपराध नहीं िकया
है!
े
कृ पा करक हमार े
साथ चिलए - महासभा
चाहती है िक तुम
े
े
उनक सामन उप�स्थत
हो।
प्र�रतों के काम 5:21-26 23 23
े प्रे�रतों के काम 5:21-26