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�ोंिक वे न तो भोजन, न व�, न मकान और े े ं
न ही अिव�ािसयों से पैसे लेते ह�। म�न पहल एक सि�� पत्र भेजा था,
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लिकन घम�ी िदयित्रफस न मेरी बात
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इसिलए हम� भी उनकी दखभाल करनी चािहए सुनन से इनकार कर िदया।
तािक हम प्रभु के काय म� भागीदार बन सक� ।
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तो वह सोचता है िक यह
उसकी कलीिसया है! हम
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उस लड़खड़ात बढ़े मूख�
की नहीं सुन�गे।
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वह न के वल िमशन�रयों का �ागत करन से मना
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करता है, ब�� जब दू सर करत ह�, तो वह उ��
कलीिसया से बाहर िनकालन की कोिशश करता है।
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इस बर उदाहरण को खुद पर हावी न होन े
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दो - जो भला है उसका अनसरण करो।
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और तुम उस बढ़े मूख� को उन
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धािमक िभखा�रयों को यहा से
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दू र रहन के िलए कह सकत हो -
हमार पास अपन िश�क ह�।
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म� तुमसे ज� ही िमलन की
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आशा करता �ँ और हमार
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जो लोग भले काम करत ह� पास बातचीत करन के िलए
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वे सािबत करत ह� िक वे ब�त कु छ होगा।
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परम�र के ब�े ह� - और
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जो बराई म� बन रहत ह� वे ँ ु
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सािबत करत ह� िक वे यहा के िमत्र त��
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परम�र के नहीं ह�। नम�ार करत ह� =
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कपया कलीिसया को
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मेरी ओर से िवशष
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नम�ार कह दना।
III यूह�ाIII यूह�ा
32 32 III Yuhanna