Page 38 - HINDI_SB59_Letters3
P. 38

“उन पर हाय! �ोंिक वे उस कै न की सी चाल
        े
                  े
              े
     चलत ह�, िजसन अपन ही भाई को मार डाला।”  “िबलाम की तरह, वे पैसे के
                                                                                    े
                                                   े
                                                                               े
                                        िलए कु छ भी करत ह�।”    “कोरह के  समान उ�ोंन भी परम�र की आ�ा
                                                                                        �
                                                                            े
                                                                                         े
                                                                 न मानी और उसक श्राप के  कारण मरग।”

































      “ये लोग कलीिसया की प्रेम सभाओं म� दोष ह�।”








                                                                                     े
                                                                         “वे िबना फल वाल फलदार
                                                                            वृ�ों के  समान ह�।”

          “उनकी ल�ा और अपमान प्रच� िहलकोरों �ारा समुद्र
                           ं
                       े
                तट पर छोड़ गए गदे झाग की तरह है।”
                                             े
                                   ु
                              े
                े
                                          े
                                      े
          “वे चमकत तारों की तरह भटकत ह�, पर� परम�र न उनक िलए
                                     ै
             अन�काल की िनराशा और अ�कार तयार िकया है।”








     36 36                                   य�दा
                                             य�दा 11-13  11-13
   33   34   35   36   37   38   39   40   41   42