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यह हमार यहा सबस घातक
साँप है। वह कु छ ही �णों म� यह आदमी
मर जाएगा। एक ह�ारा
हो सकता है।
वह समुद्र से बचकर
िनकल आया है; पर� ु
�ाय की देवी उसे जीिवत
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न रहन देगी।
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उस देश के िनवासी उसक सूज जाने
और मरन का इतजार कर रहे थे।
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जब उ�� एहसास �आ िक वह जीिवत रहेगा, तो
उ�ोंन अपना िवचार बदल िदया। उस साँप के जहर
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से आज तक कोई
��� नहीं बचा!
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वह कोई � ु म� त�� एक स�े
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दवता होगा! म� िसफ एक मन� परम�र के िवषय म�
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�ँ! उठो और मेरी बताऊगा। वह सवश��मान
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बात सनो। और पिवत्र है, लिकन
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उसक पास त�ार े
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िलए ससमाचार है!
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26 26 प्र�रतों के काम 28:4-6 प्रे�रतों के काम 28:4-6