Page 28 - HINDI_SB56_Acts4
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                                               े
                                            ँ
                                   यह हमार यहा सबस घातक
                                   साँप है। वह कु छ ही �णों म�               यह आदमी
                                        मर जाएगा।                            एक ह�ारा
                                                                            हो सकता है।
                                                                             वह समुद्र से बचकर
                                                                            िनकल आया है; पर�  ु
                                                                           �ाय की देवी उसे जीिवत
                                                                                   े
                                                                               न रहन देगी।

                       े
        उस देश के  िनवासी उसक सूज जाने
        और मरन का इतजार कर रहे थे।
              े
                  ं
          जब उ�� एहसास �आ िक वह जीिवत रहेगा, तो
              उ�ोंन अपना िवचार बदल िदया।  उस साँप के  जहर
                  े
                                        से आज तक कोई
                                        ��� नहीं बचा!



















                                                         ु
             वह कोई      �    ु                        म� त�� एक स�े
             े
            दवता होगा!  म� िसफ एक मन�                 परम�र के  िवषय म�
                                                         े
                                                                       �
                     �ँ! उठो और मेरी                     बताऊगा।   वह सवश��मान
                                                            ँ
                       बात सनो।                                   और पिवत्र है, लिकन
                           ु
                                                                           े
                                                                      े
                                                                           ु
                                                                   उसक पास त�ार  े
                                                                       ु
                                                                   िलए ससमाचार है!





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     26 26                               प्र�रतों के  काम 28:4-6 प्रे�रतों के  काम 28:4-6
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