Page 31 - VIDYALAYA MAGZINE 2017 - 18_KVSRC
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बेटी का ददु
ददु उस बेटी का
जजसे दजननया मे आने न हदया,
ईश्वर की गलती की सजा
इस बेटी को दे हदया
इस कारण एक बेटी अपनी मााँ से किती िै ...........
मााँ तू भी तो बेटी िै,
क्यों? मजझे आने न हदया,
बेटे की चाि मेम तूने,
अपनी बेटी जो भूला हदया,
मााँ, मजझे एक बार बनने तो दे,
तेरी सिेली बनूाँगी ,
तेरे आाँचल की छांव मे,
तेरे सारे दजख - ददु सिाँगी |
ू
तू िौसला रख मााँ,
मेरे आने तक
मेरे नाम से चमके गा,
तेरा नाम जमाने तक |
मजझे आने दे मााँ,
एक नया ररश्ता बनाऊाँ गी
रोिन कऱूं गी पिले तेरा घर,
कफर अपना सजंदर घर सजाऊाँ गी |
वंि बढ़ाने की चाि में
मााँ, तूने मजझे ठ ज करा हदया,
कल क े वंि की खानतर,
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