Page 18 - HINDI_SB62_Revelation3
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“तब म�न मे�े को िस�ोन पव�त पर दखा। और उसक साथ
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वह 1,44,000 लोग थे िजनक माथ पर उसका और उसक
िपता का नाम िलखा �आ था।” [1]
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“और म� न �ग से एक श� सुना, जो ब�त जल की
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गजन, और गड़गड़ाहट के बड़े श� का सा था।”
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“जो श� म� न सुना, वह ऐसा था, मानो वीणा
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बजानवाल वीणा बजा रहे हों, और वे िसहासन के
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सामन, और चारों प्रािणयों के सामन, और प्राचीनों के
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सामन नया गीत गा रहे हों।” [2]
“उन 1,44,000 को छोड़कर कोई भी
उस गीत को नहीं सीख सकता था।”
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“उ�ोंन ��यों के साथ �यं को अशु� नहीं
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िकया, �ोंिक उ�ोंन अपन आप को पिवत्र
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रखा, और जहाँ कहीं मे�ा जाता है, वे उसक
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[1] शतान हम� एक सं�ा देता है - लिकन परम�र हम� एक नाम देता है। पीछ पीछ हो लेते ह�।” [3]
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मसीह-िवरोधी के अनयािययों के माथ पर उसकी सं�ा िलखी होगी, लिकन
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मसीह के अनयािययों के माथ पर उसका नाम िलखा �आ होगा।
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“ये लोग परम�र और मे�े के
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िलए पहल फल के �प म� मन�ों
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[2] छटकार का गीत गाया गया, परम�र के स�ूण� म� से छड़ाए गए ह�, और उनक े
छटकार के काम के िलय आन� मनाया जा रहा था। मुह से कोई झूठ नहीं िनकला था,
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इसक बदल म� वे िनद�ष ह�।” [4]
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[3] वे पृ�ी पर बड़ी किठनाइयों के बीच म भी �िभचार से शु� रहे।
[4] वे परमे�र की स�ाई को सही और सटीक �प से बोलते ह�। प्रकािशतवा� 14:1-5
प्रकािशतवा� 14:1-5
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