Page 19 - HINDI_SB62_Revelation3
P. 19
े
े
े
“तब म�न मे�े को िस�ोन पव�त पर दखा। और उसक साथ
े
े
े
वह 1,44,000 लोग थे िजनक माथ पर उसका और उसक
िपता का नाम िलखा �आ था।” [1]
�
े
“और म� न �ग से एक श� सुना, जो ब�त जल की
�
गजन, और गड़गड़ाहट के बड़े श� का सा था।”
े
“जो श� म� न सुना, वह ऐसा था, मानो वीणा
ं
े
े
बजानवाल वीणा बजा रहे हों, और वे िसहासन के
े
े
सामन, और चारों प्रािणयों के सामन, और प्राचीनों के
े
सामन नया गीत गा रहे हों।” [2]
“उन 1,44,000 को छोड़कर कोई भी
उस गीत को नहीं सीख सकता था।”
े
“उ�ोंन ��यों के साथ �यं को अशु� नहीं
े
े
िकया, �ोंिक उ�ोंन अपन आप को पिवत्र
े
रखा, और जहाँ कहीं मे�ा जाता है, वे उसक
े
ै
े
े
े
[1] शतान हम� एक सं�ा देता है - लिकन परम�र हम� एक नाम देता है। पीछ पीछ हो लेते ह�।” [3]
े
ु
े
मसीह-िवरोधी के अनयािययों के माथ पर उसकी सं�ा िलखी होगी, लिकन
े
ु
मसीह के अनयािययों के माथ पर उसका नाम िलखा �आ होगा।
े
“ये लोग परम�र और मे�े के
े
ु
िलए पहल फल के �प म� मन�ों
े
े
ु
ु
[2] छटकार का गीत गाया गया, परम�र के स�ूण� म� से छड़ाए गए ह�, और उनक े
े
छटकार के काम के िलय आन� मनाया जा रहा था। मुह से कोई झूठ नहीं िनकला था,
ु
े
ँ
े
े
इसक बदल म� वे िनद�ष ह�।” [4]
�
[3] वे पृ�ी पर बड़ी किठनाइयों के बीच म भी �िभचार से शु� रहे।
[4] वे परमे�र की स�ाई को सही और सटीक �प से बोलते ह�। प्रकािशतवा� 14:1-5
प्रकािशतवा� 14:1-5
17 17