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                    “जब मे�� न दसरी मुहर
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                     खोली, तो म� न दू सर  े
                     जीिवत प्राणी को यह
                        े
                    कहत सुना, ‘िक आ!’”
                                             “िफर एक और घोड़ा
                                           िनकला, जो आग की तरह
                                                लाल था।”







                                                                                                                                                           े
                                                                                                                                                        “उसक सवार को यह अिधकार िदया
                                                                                                                                                                       े
                                                                                                                                                        गया था िक पृ�ी पर से मल िमलाप
                                                                                                                                                                  ु
                                                                                                                                                                          े
                                                                                                                                                        उठा ले तािक मन� एक दू सर को
                                                                                                                                                                   �
                                                                                                                                                              घात कर।” [1]




































                                                                                                                             “उसको एक बड़ी तलवार
                                                                                                                                 दी गई थी।”







                   ं
        [1] अब यु� और िहसा का प्रलय
          पृ�ी ग्रह पर आ पड़ा है।
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        यह मसीह �ारा विणत पीड़ाओं की श�आत है जो
               े
            उसन पृ�ी पर रहत �ए बताई थीं।
                       े
       यह एक ऐसा समय होगा जब ह�ा
         करना सामा� हो जाएगा।
                          ँ
      चारों तरफ िवद्रोह, मार-काट, ह�ाए और दू र-दू र
              तक र�पात होगा।
     30 30
                                                                                                                                                                              प्रकािशतवा� 6:3-4प्रकािशतवा� 6:3-4
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