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 “म�न देखा िक जैसे ही
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 मे�� न सात महरों म� से
 पहली को खोला।”
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                                                        “म�ने �ि� की और देखा िक मर  े
                                                                 े
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                                                         सामन एक सफद घोड़ा था।” [1]
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 “तब म� न चारों प्रािणयों म�
 से एक को गड़गड़ाहट के
 समान आवाज म� यह कहत  े                                         “उसक सवार के  पास एक धनष था, और
                                                                    े
                                                                                  ु
 सुना, ‘िक आ।’”                                                 उसे एक मकु ट िदया गया था और वह एक
                                                                      ु
                                                                  े
                                                                                    े
                                                               िवजता के  समान िवजय प्रा� करन के  िलए
                                                                        िनकला।” [2]
























































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 [1] सफद घोड़ा िव� शाित के  एक अनठे  समय का प्रितिनिध� करता है। लिकन यह झूठे
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 मसीहा के  �ारा एक शाित है, िजसकी समा�� मसीह िवरोधी म� होती है। पूरी दिनया इस
 झूठी शाित को पान की अिभलाषा से घोड़ पर सवार इस घड़सवार का अनसरण करगी।
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                                                                             प्रकािशतवा� 6:1-2
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 [2] धनष यु� का प्रतीक है, लिकन तीरों के  अभाव का अथ� है िक शाित यु�         प्रकािशतवा� 6:1-2
 से नहीं, वाचाओं �ारा प्रा� की गई थी।
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