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P. 69

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               और शबनम” “ या 1दल क> सुनो दु%नया वालो “तथा       बहत  चुनौती  भरा  काम  होता  ह   नगम   9फnम  क>
                                                                                                  ,
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               ”धीर धीर मचल ऐ 1दल बेकरार  “9फnम  अनुपमा ,   “   कहानी और #सचुएसन को zयान म रखकर #लखे जाते
                                                                                े
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               ”बहार'  मेरा  जीवन  भी  संवार'   “9फnम  -आLखर!   ह और खास बात य ह क> Vयादातर गान  Šयून “पर
                                     )
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               खत  , मर! आवाज़ सुनो  9फnम  -नौ%नहाल , #मल    े   #लखन होते ह। पहल क‹ खोद द! जाती ह और क‹ क
                                                    “
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               न  फ ू ल  तो  काँट'  स  दो ती  कर  ल!   9फnम  -अनोखी   साईज  क  1हसाब  स  मुदा   तलाशा  जाता  ह  या%न
                                                                                   े
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               रात “िजंदगी  ह  &या “9फnम   स?यकाम  ”     “ ( , य  े  संगीतकार हम Šयून दता ह उस  पर हम शhद 9फट
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               दु%नया  य  मह9फ़ल  मेर  काम  क>  नह!ं   “9फnम  -ह!र   करन  होते  ह  |यह  काम    चुनौती  पूण   होता  ह।  एक
                                                                                    ै
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               राँझा   , तुम  जो  #मल  गए  हो   “9फnम   हँसते   कामयाब गीतकार वह! ह जो Šयून और #सचुएसन क

                                                     -
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                                                                             ,
               ज{म  , ह तेर साथ तो मेर! वफ़ा “9फnम  -1हSदुतान    मुता5बक अfछा  1दल को छ ू न वाला नगमा #लखे जो
                                     े
                                                                                    े
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               क> कसम  (  “िजस 1दन स मgन तुमको दखा ह  9फnम      सबक कान' म रस घोल और सुनन वाल क> dह तक
                                                                                                  े

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                         “
                  ” परवाना ,    “ ( तुम 5बन जीवन कसा जीवन “9फnम -  पहचे। बम न दादा  सUचनदव बम न  क साथ एक Šयून

                                                                  ु
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               “बावच” “चलते चलते मुझे कोई #मल गया था “9फnम      पर गीत #लख रहा था उसम बहत टाइम लगा और गीत
                                                     )
                                                  े
                  ”   -पाक>ज़ा “तुम  जो  इतना  मु क ु रा  रह  हो “9फnम -  ऐसा बना 9क बम न दादा भी खुश  मुझे भी बहत सुक ू न
                          ,
                         ”
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                   ”
                              ै
               “अथ   ( “जलता ह बदन “9फnम रिज़या सुलतान (तथा      #मला और  जनता  क  बीच  भी  बहत  मकबूल  हआ।  य  े
                                   )
                                                                                                      ु
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                                                                           –
                                                                                 े
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               ”9कतन बाजू 9कतन सर “9फnम  -मg आज़ाद हँ “ ( जैसे   गीत  था  ” वÌत  न  9कया  &या  हँसी  #सतम  “काश
                                                                                                       े

                                                                             ु

                बेहतर!न   साथ क ,लोकP+य ,कण P+य  और   तर!य      9फnम भी 1हट हई होती।  “मदन मोहन साहब क साथ


                                                                   े
                                                                   ”
                                                                             ,
                                                                            “
               गीत #लखकर अपनी शायर! का लोहा मनवाया।             मgन   हक>कत   “हँसते  ज{म”  “ह!र  राँझा “और
                                                                                                    7
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                          इन पंि&तय' क लेखक को तीन बार कफ़>      ”1हंदु तान क> कसम  “आ1द कई 9फnम' म गान #लखे
                                                                                    े
                                                                               े
                                                                                           े
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               साहब स #मलन का सौभाय +ाyत हआ।                   और इनक गीत' न सुनन वाल' क 1दल' म खास जगह
                                                                               7

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               सन 2000 म मg फोन पर समय लेकर उनक गाँव #मजुवा     बनायीं“। 1962 म  1हंदु तान और चीन क युW क बाद
                                         े
                                                                                      े
                                                                                                     े
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                  ु
               पंहचा। दोपहर एक बजे #मलन का वÌत तय हआ और         पंजाब सरकार क> मदद स चेतन आनSद न 1964 म     7

                                                                                                      े
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               मg  दो  घंट  लेट  लगभग  तीन  बजे  पंहचा।  उSह'न  बड़ी   ”हक>क़त “9फnम बनाई |यह 9फnम दश क' न बहत
                                                                                                  7
                                                                                              े
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                                                                       ,
                                                                                   े
                                                                                           े
                                                                                                         े
                                                    ”
                                                     -
               गम जोशी  स  मेरा   वागत  9कया  और  बोल   खाना    पसंद क>  इस 9फnम क गीत सार दश म गूँज रह थे।


                                                       े
                                                                                                  ,
                                                                       े
                      g
               तैयार ह  मg आपका ह! इंतज़ार कर रहा था ,पहल खा ल  7  ”कर चल हम 9फ़दा जान ओ तन साUथय'  अब तुJहार  े
                      ,
                                                                                            े
                                                                                               े
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                                  g
                9फर बातचीत करते ह “अपन घरलू सेवक गोपाल को       हवाल वतन साUथय' “इस गीत न सार दशवा#सय' क>
                            ”
                                                           g
                            –
               आवाज़ लगायी  जnद! खाना लगाओ बड़ी भूख लगी ह “       आँख' को नम 9कया।
                                                                                        े
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                       े
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               भोजन  क  बाद  मgन  गीतकार  शैलेS\  को  लेकर  काफ>          मgन  कफ़> साहब स सामािजक सम या पर

                                      े
                                                                                         ै
                                                                                      ”
               बातचीत  क>  और  उSह'न  शैलेS\  को  एक  महान      आधाKरत एक सवाल पूछा –   कफ़> साहब

                                                                                                  !
                                                                      े
                                  –
                                                                                         े

               गीतकार  और  मजदूर'   कामगार'  का  सfचा   दो त    आज ब1हसाब बढती आबाद! क कारण हमार! आUथ क
                                                                                        े
                                                                                                े
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                                                                            ु
               बताया। मgन उनस कई सवाल 9कय एक सवाल य पूछा        तर&क> kक> हई ह  इस मसल पर आपक &या {यालात
                                                                               ,
                                                                 g
                                                  े
                                                                                                     े
                                                       े
                                                                                   ”
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                                                                                  े
                                                                     ै
               ”गज़ल  या  न§म  #लखन  और  9फnम  क  #लय  गीत       ह ?  कफ़> साहब बोल –  इस सम या पर मgन आज स   े
                                                                 “

               #लखन  म  आप  9कसको  Vयादा  आसान  मानते  ह  “ ?   तकर!बन 40 साल पहल  एक क बाद एक “9फnम म      7
                                                                                           े
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                               ”
               ,कफ़> साहब बोल –   यक>नन 9फnम' म गीत #लखना        एक  गीत  क  जKरय  इस  सम या  और  उसक  हल  को
               मई – जुलाई                             69                                                                   लोक ह ता र
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