Page 5 - Vigyan Ratnakar August 2021
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विस्पतत जित
   अगस्त 2021 5
  ममथिलवा मे ननपत्वा होइत बड़हर
 डॉ. रवीन्द्र कु मार झा
बीस- पचीस बिख भ गेल जखन हम सब िाक बाबा के दलान पि बड़हि खपूब मोन सँ खाइत छलहँ। तखन ई नदह बपूझल िहय
जे ई एतेक गुरकािी होईत अभछ । एदह के संगें इहो नदह बपूझल िहय जे दपू चारि साल में गाम घपूरि आयब तँ ईगाछनदहिहत।गरौिकियबलाबातईअभछ जे जदहना िाक बाबाक गाछ नदह िहलदन तदहना आिो गरमान्य सबहक खेत आ दलान सं इ फल लुप्त होबय लागल। बड़हिक वानस्पदतक नाम ‘आटटोकाप्गस लकुचा’ अभछ आ ई मंकी फ्पूट या मंकी जैक फ्पूटक नाम सं सेहो प्रभसद्ध अभछ। ओना कोनो आि फल जकाँ सब भारा मे एकिा फिाक-फिाक नाम सं जानल जाइत अभछ जेना संस्ृत मे ई लकुच क्द्रु पनस, या भलकुच ग्स्थिफल कहायत अभछ आ दहंदी मे एकिा बड़हल के नाम सं जानल जाइत अभछ। ओदिशा के भाई बंधपू एकिा भजओतो के नाम सं जनईत छभथ आ गुजिाती मे ई लकु च अभछ। दभक्र भाितक करा्गटक में एकि नाम वातेहली भ जाइत छै आ तदमलनािु मे ओट्ीपीलपू। ओना वैज्ादनक दृदष्टकोर सं देखी तँ ई मोिेसी परिवािक’ एकटा उष्णकदटबंधीय सदाबहाि गाछक प्रजादत अभछ जे पपूिा भाितीय उपमहाविीप औि दभक्र पपूव्ग एभशया मे भछतिायलअभछ।
बड़हि गाछक बात किी त ई मझोलबा आकािक पर्गपाती गाछ होईत अभछ जे लगभग 9-13 मीटि धरि लं बा होईत अभछ। ई गाछ तिाई के पहाड़ी जं गल, खुजल मैदान, आ गाम-घि मे 1200 मीटि के ऊं चाई तकहोईतअभछ।बड़हिकगाछनमीकेबदढया आपपूदत्गकसंगगँहीिपािगम्यमादटमेबहतनीकतिह सँ बढैत अभछ । गाछक छाल धपूमरि िंगक होयत अभछ आचीिादभपूधयालेटेक्सकेसाथगढगिलालहोइत अभछ। िारि सब प्रायः 3-6 दममी मोट होइत अभछ, जे हल्का गोला िंगक मखमली केश सँ छािल िहैत अभछ। पपूव्ग समयक बात किी त बड़हि गाछक उपयोग जािदन औि इमािती लकड़ी के रूप में मपूलतः होयत िहय। एदह लकड़ी स फनशीचि, नाव औि आलमािी बनायल जाइत छल औि एकि उपयोग भािी दनमा्गर, लाठी, औि प्ाईवुि के लेल सेहो होइत छल दकयैक त एदह मे ददवाि जल्ी नदह लगैत अभछ। बड़हिक पात किीब 25-30 सेंटीमीटि लं बा, आि 15-20 सेंटीमीटि चरौड़ा होइत अभछ। पत्ती के दकनािा पपूिा या छोट दांत बला होइत अभछ। एत्तेक बड़का पात, ओहो 16% कांचप्रोटीनकसंग,एकिादधुारूमालजालकलेल एकटा उत्ृ ष्ट चािा बनबैत अभछ। एकटा एसगि गाछ हिेक साल 60 से 200 दकलो तक चािा उत्पादन क सकै त अभछ।
बड़हिक फपू ल एकभलंगी होयत अभछ आ नि औि मादा फपू ल फिाक-फिाक गोलाकाि भसि में होईत अभछ मुदा एकदह गाछ पि फुलाइत अभछ । नि फपूल पीयि
- संतोला िंगक होईत अभछ जखन दक मादा लाल िंग के िहैत अभछ। फपूलक बाद फलगुच्ा (भसंककाप्ग) होयत अभछ जे लगभग गोल या अदनयदमत, 2 से 5इंचचरौड़ाहोईतअभछ।एकमादाफपूलपुष्पक्रम मे दवकभसत भ’ क’ एक फल बनबैत अभछ तथा नि फपू लक उपयोग अचाि औि स्वाददष्ट चटनी तैयाि किय मे कयल जाइत अभछ। ध्यातव्य अभछ जे कांच बड़हि हरियि होईत अभछ आ पकला पि हल्का पीयि आ ज्यादापाकयपिगाढपीयिसँल’क’गुलाबीगोला िंगतकभ’जाईतअभछ।ज्यादातिबड़हिकआकाि भभन्न होईत अभछ लेदकन व्यास आमतरौि पि 5-10 सेमी िहैत अभछ जबदक फलक वजन 200-350 ग्ाम होईत अभछ। बीया प्रदत फल के सं ख्ा तदनुसाि भभन्न होइत अभछ, लेदकन आमतरौि पि प्रदत फल 10-30 िहैत अभछ आि एकि आकाि मे बड़हिे जकाँ अदनयदमतता होइत अभछ। पाकय काल में अभधकांश बीया लगभग एक सेमी लंबा, चपटा औि नुकीला होइत अभछ आि एकि बीयाक - कोट पाति औि देखय मे उज्जि होइत अभछ। बीया मे भचपभचपा सफे द लेटेक्स होइत अभछ। गाढ पीयि िंगक बड़हि बहत स्वाददष्ट होइत अभछ आ एकि स्वाद एहेन लागत जेना दकयो अखने संतोला
स्वादक संि-संि एकर फल बीटा-कै रोटीि आ तवटाममि सी के एंटीऑक्ीडेंट िुणक कारण अत्थधक पौष्टिक होइत अथि
आ शिीफा केि दमला देलकै ! स्वादक संग-संग एकि फल बीटा-कै िोटीन औि दवटादमन सी के एं टीऑक्सीिेंट गुरक कािर अत्भधक परौदष्टक होइत अभछ। ई एंटीऑक्सीिेंट सामान्य मानव स्वास्थ्य के िखिखाव में मदद किैत अभछ, हृदय िोग के होबय सं िोकै त अभछ, आ कैं सि सं सेहो लड़ैत अभछ। बड़हि मे भजंक, कॉपि, मैगनीज औि आइिन सेहो ठीक-ठाक मात्रा में िहैत अभछ जे एकि एंटी-ऑक्सीिेंट गुर के आि बढा दैत अभछ।शोधमेंएकिऐटंीइन्फलेमेटट्ी,ऐटंीबैक्ीरियल, तथाऐटंीवाइिलहोब’केिआधािसेहोभेटैतअभछ जकि कािरे पिंपिागत रूप सं दमभथला में बड़हि के इस्तेमाल पेभचश आ गदठया के सपूजन औि घाव के साफ किय के लेल होईत आयल अभछ। अपन बाबा, पिबाबा सब बड़हि गाछक छालक इस्तेमाल शिीि सं जहि दनकालय के लेल औि एकि तना के चाली के बाहि दनकालय के ि लेल किैत छलैथ। पाकल बड़हि भलवि के लेल टॉदनकक काज किैत अभछ। ई फल िायदटक फाइबि औि पॉली फीनोलसक सेहो बदढया स्ोत अभछ जे मोटापा, िायदबटीज आदद होबय के आशं का के सेहो कमकिैतअभछसंगदहन्यपूिोिीजेनेिेदटवबीमािीसंसेहो बचबैत अभछ।
आधुदनक शोध बड़हि के आि बेसी गुरक खोज क’ िहल अभछ। ग्ाइकोकोनजुगेट जन्गल मे प्रकाभशत 2008 के एक अध्ययन के अनुसाि, एकि बीया सँ दनकालल गेल एकटा यरौदगक, मानव ल्यपूकेदमया कोभशका पि एं टीप्रोभलफे िेदटव प्रभाव देखेलक अभछ। नेचुिल प्रोिक्ट्स रिसच्ग मे 2005 के एक लेख ई सं के त द’ िहल अभछ जे बड़हिक अन्तःकाष्ठ के एकटा घटक ऑक्सीिेस्वेिाटट्ोल मे शदतिशाली हपशीज भसम्पेक्स वायिस औि एचआईवी-दविोधी एजेंट अभछ। आजुक
   शेर पृष्ठ 7 पि






















































































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