Page 7 - Vigyan Ratnakar August 2021
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जीवि मे भौततकी
  अिस्त 2021 7
    घिर्षण अममताभ कु मार लाल दास
मेश नबका साईदकल नेने एम्हि सs ओम्हि घुदम िहल छल। साईदकल के खुशी दोस-महीम सं ग बांटैत सड़क पि कतेको चक्ि लगा साईदकल
के गदत संग नव-नव प्रयोग कय िहल छल। तखने दलान पि िाखल बाउलक ढेि पि सs साईदकल चला कय दनकालैत काल चक्ा भछछैल गेलै। केभन्ंतो पैि िोइप साईदकल के सम्हाि मे आनलक। हतासे पसीना-पसीना भय िमेश असोिा पि बैभस िहल। तखने चापाकल पि सुिेशक पैि दफसरि गेलै मुदा उहो बांचल। सुिेश के दफसलैत देख िमेश ठठा कय हंभस पड़लै। ई सभ घटना भखड़की पि ठाढ दगरिंद्र बाबपू देखैत छलाह।ओ कोठिी सs बाहि आबैत िमेश सs पुछलाह बरौआ कोन बातक हंसी छैक। िमेश बाभज उठल अखने सुिेशवा खैभसतै। दगरिंद्र बाबपू मुस्स्यैत बजलाह आि साईदकलो दफसिलै से हमहं देखभलयै। िमेश लजा कय मुिी झुका लेलक। तखने सुिेश उत्सुकतावश दगरिंद्र बाबपू ददश देख पुछलक।बाबा कखनो काल चापाकल पि पैि दकया दफसिै छै?
दगरिद्रं बाबपू कहय लगलाह। हम सब जमीन पि ठाढ होयत छी,कोनो समान िाखैत छी या चलै के प्रयास किैत छी। एदह सब मे एक गोट भरौदतक कािर दनदहत छैक।एदह भरौदतक कािर के 'घर्गर' कहल गेलै। घर्गर मुख्तया दइु प्रकाि के होयत छै १.थिैदतक घर्गर २.गदतक घर्गर। हमिा सभ कें बुझबाक चाही जे अपन परिवेश मे उपस्थित ठोस,द्रव एवं गैसीय पदाथ्ग के सतह पपूर्ग समतल नहीं छैक। कािर जे पदाथ्ग के बनबै वाला अरु के आकाि वक्र पृष्ठ सतह वाला या गोलीय होयत छै।ई गोलीय पृष्ठ पदाथ्ग के सतह के अतीसपूक्ष्म खांचदाि बना दैत छैक। अलग अलग पदाथ्ग के सतह एदह खांच मे फं सल िहैत छैक।
१. थिैदतक घर्गर के कािरे कोनो दइु पदाथ्ग के सतह के बीच गदत अवरूद्ध िहैत छैक। जखन हम
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समय मे कॉस्मेदटक कं पनी सब के सेहो बड़हिक तलाश अभछ आ दकछु सरौदं य्ग प्रसाधन कं पनी चमड़ी गोि किय बला क्रीम बनाबय के लेल बड़हिक दकछु दहस्ा के ि उपयोग क’ िहल अभछ। एदह दहसाब सं बड़हिक गाछ सं फल, चािा, ईंधन, इमािती लकड़ी, दवाई, िंग, छाँह, औि सरौदं य्ग सब प्राप्त होइत अभछ ।
यद्दप, दमभथला मे बड़हिक उपयोग संभवतः कम पदै ावाि, ख़िाब होबय के सम्भावना, औि मागं क
कमीक कािर बाभधत
िहल अभछ। एकि
सं गदह, बिहिक
पनु जन्ग न औि प्रसाि सं जड़ु ल दकछु महत्वपरपू ्ग समस्ा सहे ो
कोनो वस्तु के कतरौ िाखैत भछयै तs थिैदतक घर्गर के कािरे ओ ठामे िहैत छैक। ईंटा जोदड़ ददवाल ठाढ के नाय,कील व कब्ा सs के वाड़ के कसल िहनाय, खम्भा व पोल गादड़ ठाढ केनाय, स्ेशन व स्ैंि पि गाड़ी िोदक िखनाय, मशीन के दहस्ा नट सs कसल िहनाय थिैदतक घर्गर के कािरे संभव छैक।
२. गदतक घर्गर के कािरे कोनो दइु पदाथ्ग के सतह के बीच गदत होयत छैक। गदतक घर्गर के व्यापक प्रभाव के कािरे दैदनक जीवन के अनेकों काय्ग आसान भय जायत छैक। हम मसाला, चाउि आ गहूम दपसैत छी। चकला पि बेल कय िोटी, पुिी, पिाठा के आकाि दैत छी। सलाई जिबैत छी। दिब्ा के ढक्न खोल बंद कय सकैत छी। कागज पि पेंभसल व कलम सs भलख लैत छी। धातु के मभलन सतह के चमका सकै त छी। मशीन के कल पुजा्ग मे गदत बना कय िाभख सकै त छी।
आनय के लेल अनेको युदति कयल जायत छै। मशीनक पुजा्ग मे गदत बढबै लेल बेयरिगं लगाओल जायत छै।धातु सs बनल पुजा्ग मे दघसावट कम होय तादह लेल हम तेल, मोदबल, ग्ीस या स्ेहक के उपयोग किैत छी। सड़क पि चलैत काल गाड़ी के सड़क पि पकड़ बनल िहै तादह लेल हम टायि मे रिसोभलंग आओि सड़क पि कापवेदटगं किबैत छी। गाड़ी में समय सs रिेक लादग गदत कम होमय लेल रिेक के खुिदिा बनबैत भछयै। सड़क पि चलै मे आसानी हए तादह लेल पुिान जुता के सोल बदभल दैत छी। मसाला आओि अनाज दनक सs दपसाई तादह लेल भसलरौट आ चक्ी के पाट के कु दट कय खुिदिा बनबैत भछयै।
आब भलय अहां के भजज्ासा के दनिाकिर।जखन हम कोनो सतह पि चलै के या सतह पि दकछु चलबै के प्रयास किैत भछयै।तखन हम पैि, जपूता या गाड़ी के चक्ा सs जमीन के सतह के पाछु ददश धकलै भछयै। एदह क्रम मे यदद सतह के बीच बालपू के कर, भछलका दगट्ी, पादन, तेल या कोनो भचपभचपा पदाथ्ग आदब
   तखन गदतज घर्गर के अनेको अवदान संग दकछु
नुकसान सेहो छै। जेना मशीन के कल पुजा्ग दघसा कs
खिाब भय जायत छै। मशीन के कल पुजा्ग गम्ग भय   जायत छै, तs सतह मे कठोिता कम भय जायत छै।
    बन्द भय जायत छै। गाड़ी के टायि गम्ग भय फादट जाय छै। गमशी मास मे वन के सुखायल पात आ ठादढ मे िगड़ भेला सs आदग लादग दवनाशकािी रूप लय लै छै।
मशीन के पुजा्ग पि गदतक घर्गर के प्रभाव मे अंति
हम सब जमीि पर ठाढ होयत िी,कोिो समाि राखैत िी या चलै के प्रयास करतै िी। एहह सब मे एक िोट भौततक कारण निहहत िै क। एहह भौततक कारण के 'घर्षण' कहल िेलै
अभछ जने ा दक खिाब बीयाक व्यवहायत्ग ा औि भोजन, लकड़ी तथा अन्य उपयोगक लले एकि व्यापक शोरर। गरौिकियबलाबातअभछजेबड़हिकबीया,एकबिे फल सँ दनकालय के बाद, एक सप्ताह के भीति, या
कखनो काल दकछु ददन के भीति ख़िाब भ’ जाइत अभछ; औि वानस्पदतक प्रसाि के दोसि तिीका सब काज नदह किैत अभछ जने ा दक एकि ठाएि िोपला सं कोनो फायदा नदह, दकयकै इ नदह
लगतै अभछ।
उष्ण कदटबंधीय
तखन पाछु लगाओल बल के कािरें सतह पि पकड़ कमजोि भेला पि शिीि मे अनुमान सs बेसी झुकाव शिीि के असंतुभलत कs दैत छै। आओि हम दफसभल पिै छी।
                             वृक् होबय के कािर ई साल भरि सपूय्गक प्रकाश में नमीक संग नमहि होयत अभछ आ दीघ्गकाल तक ठंि तथा सुखािक सामना नदह क सकै त अभछ। बड़हिक गाछ बहत कठोि नदह होइत अभछ औि एकिा िोपला के उपिान्त उभचत देखभालक जरुित होयत अभछ। अदह सबके ल क वनीकिर काय्गक्रम औि शहिी वादनकी मे वृक्ािोपर मे बड़हिक गाछ नदह के बिाबि देखाइत अभछ।
बड़हिक स्वाद, बनावट औि आकािक स्वीकाय्गता (शहिी क्ेत्र मे खास क’ ) सेहो कम अभछ। अदह ल’ क’ बड़हिक बेहति जीनोटाइप जकि बेहति उपज सेहो बदढया होय तकि पहचान होबाक चाही आ कृ दर वैज्ादनक सब कें तत्ाल ओदह मे सुधाि क’ क’ लुप्त होइत अदह गुरकािी फल कें एकटा नया जीवन प्रदान किक चाही।
  



































































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