Page 6 - Vigyan Ratnakar August 2021
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मि प्रबंधि
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अिस्त 2021
कोरोनवा कवाल मे एक-दोसरवाकसबं लबनू
डॉ. नीरजवा अग्रिवाल एिं डॉ. रवाजेश सवागर
देशक पपूव्ग प्रधानमंत्री भाित ित् अटल दबहािी वाजपेयी केि कहब छलैन्, जे छोट मन सं दकयो पैघ नदह होइत अभछ आ टपूटल मन
सं दकयो ठाढ नदह होइत छभथ। कोिोना काल मे ई गप्प सद्: सोझां देखबा मे आदब िहल अभछ। भजनका कोिोना भेलैन् ओ त पिेशान भेलाह। भजनका नदह भेल छभन् हनका अदंक सं हाल बेहाल छभन्। पिेशान केवल पैघ-बुजुगवे टा नदह, अदपतु घिक स्तीगर आ नेना-भुटका सेहो अभछ। पभछला परौने दपू बिख सं भरि ददन घि मे बन्न िहब। कतओ नदह जयबाक प्रदतबंध। जेना सभक टांग केि गछारि देने होइ। एहन मे मानभसक प्रदतकपू लता स्वाभादवक। कतेको लोक पिेशान छभथ। हनक मानभसक स्थिदत पि असरि देखबा मे आदब िहल अभछ। महानगि सं लय क गाम धरि मे ई समस्ा अभछ।
अभखल भाितीय आयुदव्गज्ान सं थिान नई ददल्ी के मनािोग दवभाग के ि प्रमुख िॉ. िाजेश सागि कहैत छभथ जे कोिोना महामािी मे मदहला आ नेना-भुटका केि मानभसक स्वास्थ्य पि प्रदतकपूलता देखबा मे आदब िहल अभछ। पुरुर आ घिक कामकाजी लोक त कोिोना काल मे जरूिी भेलाह पि घि सं दनकलैत छभथ। काय्गथिल पि सेहो जाइत छभथ। मुदा, मदहला आ बच्चा पि बेस पाबं दी के ि असरि छभन्। कोनह तिहक तनाव आ भचंता हनकि मानभसक स्वास्थ्य पि गहीिं आ दीघ्गकालीन प्रभाव छोिै़त अभछ। महामािी दहनक सामान्यददनचया्गकेिपपूर्गरूपेरबदभलदेलक।दहत- अपेभक्त सं गी-साथी के ि सं ग भेंट-घांट आ खेलनाय बं द जकां अभछ। एकिा अदतरिति, दकछु मदहला आ बच्चा एहनो छभथ जे कोिोना के ि कािरे अपन अभभभावक आ घिक लोक सं सदा-सव्गदाक लेल दबछुदड़ गेलाह।
डॉ. राजेश
प्रमुख-मनोिोग दवभाग, अभखल भाितीय आयुदव्गज्ान संथिान नई ददल्ी
डॉ. िीरजा
अग्वाल
पुनवा्गस मनोवैज्ादनक
भावनात्मक रूप सं संतुदष्ट देबय वाला वाताविर सं ओ वं भचत भेलाह, जे दक हनक मानभसक दवकास लेल बड्ड जरूिी छैक।
एकटा सवाल के जवाब मे िॉ. िाजेश सागि कहैत छभथ जे पैघ लोकक अपेक्ा बच्चा बेसी तनाव मे अभछ।दकछुबच्चाखरौझंाहभजाइतअभछआदकछु आक्रामक। दकछु केस एहनो अबैत अभछ, जादह मे बच्चा एकसरि होइत अभछ। मदहलाक मामला सेहो एदह सं दमलैत अभछ। सत्त कदह त बच्चा के ि मानभसक तनावक स्थिदत बुझबा मे बेस मोसदकल होइत अभछ। बहत िास बच्चा िि, भय आ भचंता केि व्यति किबा मे सक्म नदह होइत अभछ। एहन समय मे घिक पैघ लोक सं हमि दनहोिा अभछ जे अपन घिक एहन बच्चा पि बेस ध्यान िाखपू। हनका एहन माहरौल ददयरौन् जे अहां संग सबटा गप्प ओ कदह सकभथ। सभ तिहक भजज्ासा के ि वैज्ादनकता के ि सं ग शांत कएल जाए। जे जरूिी अभछ, ओकि जानकािी देब बेस आवश्यक।
एदह संदभ्ग में पुनवा्गस मनोवैज्ादनक िॉ. नीिजा अग्वाल कहैत छभथन् जे, पभछला िेढ परौने दपू बिख मे ई गप्प त तय भ गेल अभछ जे कोिोना वायिस मानभसक सेहत केि सेहो प्रभादवत किैत अभछ। ई एकटा आम गप्प अभछ जे जखन दवरम परिस्थिदत अबैत अभछ त भचंता बढैत अभछ। एकिा मानवीय स्वाभाव सेहो कहल जा सकै त अभछ। कोिोना वायिस त सभक लेल दवरम परिस्थिदत उत्पन्न के लक। आइयो हमिा अहांके ि ई नदह बुझल अभछ जे कोिोना वायिस कदहया धरि िहत। आबय बला समय मे कोन-कोन वैरिएंट आबय वाला छैक ? एदह सब अदनभचितताक कािरे लोकक भचंता बदढ गेल छै न्। एदह कािरें दिप्रेशन के के स बेसी सामने आदब िहल अभछ।
िॉ. नीिजा अग्वाल कहैत छभथन् जे ई गप्प
एकाकीपि कडप्रेशि कें कारक बिैत अथि। ताहह लेल ई जरूरी अथि जे एक-दोसर कें हाल-चाल पूिैत रहह, संबल बढाबैत रहह
ददमाग सं हटा भलय जे दिप्रेशन के वल पैघ के ि होइत अभछ। घिक मदहला आ बच्चा मे सेहो ई बदढ िहल अभछ। कोिोना जादह तिहें एक-दोसिा के ि बीच दिपू ी बढरौलक, ओ बड्ड घातक। एक दोसि सं हम सभ एखन पदहने जकां भेंट-घांट नदह कय िहल छी। गप्प सिक्ा सं दिपू िहैत छी। परिराम एकाकीपन। एकाकीपन दिप्रेशन केि कािक बनैत अभछ। तादह लेल ई जरूिी अभछ जे एक-दोसि के ि हाल-चाल पपूछैत िदह। भजनका जरूिी छै भन्, हनक सं ग िदह। सं बल बढाबैत िदह।
कोिोनाक कािर प्रोफेशनल आ पस्गनल लाइफ लगभग एक जकां भ गेल अभछ। मदहला के ि घिमे अत्भधक काजक दबाव। पदत आ बच्चा के ि भरि ददन घि मे कतेको मास सं िहब। हनक पस्गनल स्पेस लेल समय नदह बांभच िहल छभन्। बच्चा के ि भशक्ा सं बं धी काउं सभलंग किब आदद सभदकछु बेस चुनरौतीपपूर्ग अभछ। एकिा लेल घिक सभ सदस् के ि समय चाही, सं साधन चाही, स्पेशल अटेंशन चाही। कोभशश कएल जाए जे घिक माहरौल खुशनुमा िहय। यदद सभ कोभशश किय छीआतखनोघिपितनावकमनदहहोइतअभछत भचदकत्सक, दोस्त आ शभु भचंतक सं सलाह ली। एक- दोसिा के ि सं बल बनपू। इएह समय कदह िहल अभछ।
सािर
(सुभार चन्द्र सं बातचीत पि आधारित)