Page 2 - Aahaar Kranti Hindi July 2021
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खंड 01 | अंक 04 | जुलाई 2021
िरामि्श मंिल
जयंत सहस्रबुद्धे यधेलोजी-राव कधे मिराजकर श्ीनिवास राव
प्र फु ल्ल कृ ष्ण
िंदकु िार कृ ष्णकांत पालकर
संिादक मण्डल
िकु ल पाराशर निमिष कपूर
डिजाइन
नपयाली डडजाइि
ित्र व्यर्हार का िता
नवज्ाि प्रसार,
ए-50, इस्ं ीट्ूशिल एररया,
सधेक्टर 62, िोएडा-201309 (उ.प्र.)
दरू भाष: +91 120 2404430, 35
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प्रकािक
नवज्ाि प्रसार, ए -50, संस्ागत
क्धेत्र, सधेक्टर -62, िोएडा-201 309,
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डॉ. िकु ल पाराशर द्ारा प्रकाशशत
ईिधेल: nakul.parashar@vigyanprasar.gov.in
संपादकीय
आहार काांतत
के छह मूल तत्व
आनकु ल पाराशर
हार काां ति, एक ऐसा आं दोलन जिसे हमारे आहार के सं बन्ध में लोगों के बीच िागरूकिा पदै ा करने के जलए देश में आरं भ तकया गया ह।ै इसका उद्शे य सही आहार के महत्व, िातकाजलकिा, आ्वशयकिा और इसके लाभ के सं बन्ध में िागरूकिा पदै ा करना ह।ै
तपछली दो खाद्य-सं बंधी काां तियों, हररि काां ति और श्िे काां ति की सफलिा के आधार पर इस काां ति का लक्ष्य आहार की समग्रिा ह।ै इन दो काां तियों की सफलिा यह थी तक इससे खाद्यान और दूध के उतपादन में हमारा देश आतमतनभर्भ हुआ। राष्ट् ीय सिर पर हुए इन प्रयासों ने उस समय लाखों लोगों की िान बचाई। अगरआंकड़ेंदेखेंिो,गहेूँकाउतपादन1967-1972केदौरान2.5गनुाबढा।इसीिरह,1980-1989के दौरान दूध के उतपादन में बहुि अधधक ्वृजधि दि्भ की गई। इन दो काां तियों से प्ररे रि होकर ही छह मखु य मागद्भ शशी जसधिां िों पर आहार काां ति की कलपना की गयी ह।ै
• आयषु ्मान: जिसका पूरा धयान िी्वन प्रत्ाशा बढान,े कु पोषण पर अं कु श लगाने और इनसे सं बं धधि
मद्ु ों पर कें तरिि ह।ै
• विद्मान: यह बिािा है तक ज्ान सं बं धी और शक्षै जणक प्रदशन्भ को बहे िर बनाने में आहार की भूधमका
प्रमखु ह।ै
• आयिु ववे िक: आय्वु दवे के माधयम से पोषण के पारं पररक ज्ान की ओर लौटने पर बल देिा ह।ै
• कृ वि प्रधमान: यह काां ति के कृ तष पहलू पर िोर देिा ह,ै जिसका धयये है मूलय ्वधध्ि उद्यान त्वद्या के िररए
प्रति एकड़ ज्ादा पदै ा्वार प्रापि करना।
• स्द्धृ : इसका अथ्भ है त्वकास या समृजधि। तकसी देश के समृधि होने के जलए, सं बधि वया्वसाधयक अ्वसर
बहुि महत्वपूण्भ ह।ैं यह खाद्य प्रसं सकरण उद्योग के जलए घरेलू और तनयाि्भ के अ्वसरों में काफी आगे का
लक्ष्यरखगेा।
• विश्वगरूु : यातन त्वकासशील देशों के जलए खाद्य उतपादन और इसके त्विरण के मामले में कृ तष और
त्वकासातमक रोल माडल बन कर त्वश्गरूु बनना ह।ै इससाल13अप्रैलकोिबआहारकाांतिकीशरुु आिहुई,िोइसेअधधकसेअधधकलोगों िक
पहुंचाने की योिना बनािे समय भौगोजलक त्वशालिा और इसकी त्वत्वधिा को धयान में रखा गया। इसी के अनसु ार तप्र्र ट, इलेकटट् ा तनक, सोशल और तडजिटल मीतडया के जलए सं चार रणनीतियों की योिना बनाई गई थी। देश के साइं स ओटीटी चैनल इं तडया साइं स के साथ-साथ, फे सबकु , यूट्ूब और इं सटाग्राम िैसी अनय सोशल मीतडया साइट और त्वधभन्न चैनलों के माधयम से लघु प्रोमोशनल तफलमें त्वकजसि और प्रसाररि की गईं। देश की समाचार फीचर से्वा इं तडया साइं स ्वायर, िो तक त्वज्ान और प्रौद्योधगकी के त्वषयों से िड़ु े फीचर ्व कहातनयां िैयार कर उपयोग के जलए उपलबध करािी है, आहार काां ति के बार में तनयधमि रूप से लेख प्रकाशशि करिी रही है। इस बीच, रेतडयो
के माधयम से आबादी के बड़े तहससे िक पहुं चने का प्रयास तकया िा रहा है, िहां फोन-इन और पाडकासट िैसे अनय प्रारूपों को आिमाया िा रहा है। कई आहार चाट्भ िैयार तकए गए हैं और देश
के दूरदराि के इलाकों के सकू लों में पढने ्वाले छातों के जलए भेिे गए हैं। यह उममीद करिे हुए तक
हम तनकट भत्वषय में महामारी से पार पा लेंगे, आहार काां ति पर िनिा से सं ्वाद के जलए आहार धमत, स्वयं से्वकों की आ्वशयकिा होगी। दूरदराि के क्षेतों में पहुं च के जलए सथानीय लोगों के अनकु ू ल प्रारूपों और भाषाओं में िैयार की गयी सामग्री की आ्वशयकिा होगी। पहले चरण में देश के सभी 718 जिलों िक पहुं चने का लक्ष्य रखा िाएगा।
्वासि्व म,ें आने ्वाले समय में बहुि कु छ हाजसल करना ह,ै खासकर िब खान-े पीने के अधधकार ने पहले से कहीं ज्ादा प्रासं धगकिा हाजसल कर ली ह।ै कोत्वड
काल ने सभी के जलए आहार और पोषण के चयन को बहुि
सा्वधान और महत्वपूण्भ बना तदया ह।ै
कृ पया सरु जक्षि, खशु और स्वसथ रह!ें Email: nakul.parashar@vigyanprasar.gov.in
व ि ष य स चू ि
03
भारत के स्ास्थ्य आहार
07
पियाल का फल फाइटखोमेडिससन्स का भंिार
10
नई पकस्म बढाएगी सखोयाबीन उत्ादन
12
अरबीके ित्तोंमेंछुिाहैिखोषणकाभिं ार
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आयुर्वेद मंथन: चिपकत्ा का पर्ज्ान
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शिक्षक प्रशिक्षण: शिक्षा मािांक 1