Page 6 - Vigyan Raatnakar June 2021
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 मनोचिककत्सकक सलाह
  कोिोिञाके चलिेर्ेएखिलोक सभ मे अवसञाद बढ़ि िहल िैक ओ परिस्थिरिवश िै क।
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जून 2021
    िकञािञात्मकिञासंिहूदिू , कोिोिञाक खििञा िहि कम
आब एकट् उि्हरण ि’ के बझु ्बतै िी। ग्म-घर मे िेखतै हेबै जे कतके िल्न पर ब़िू लोक प़िल रहैत िछथन। हुनक् मे एतके अपगतै नवह रहैत िवन जे मं हु आन्कपरबसै लम्िीकें सहे ोअपनेसं भग्िी। मिु्,कतके बरेिेखलगलेरैेजेओवकिुविनब्िउग् भ’ ज्इत िछथ। छजनक् बतु े अपन् सं म्िी तक नै रोमल होइत िलवन से ब्ट चलतै लोक कें झटह् म्रर ल्गतै िछथन। ओकर् गररर्बर ल्गतै िछथन। ईहो वडप्रशे न िैक। कहब्क मतलब ई अछि जे जौं ओवह असगर प़िल ब़िू सं लोक गप्प-सरक्् करैत रवहतै त’ श्रि हुनक् वडप्रशे न नवह होइतवन। स्पष् अछि जे एक्कीपन सं सहे ो वडप्रशे न के समस्् ब़िैत िैक।
एकर् सं वनज्त पबे ्क सभसं पघै उप्र िैक जे नक्र्त्मकत् सं अपन् आप कें िरू र्ख।ू जखनवह ल्गर वक पररि्र मे कोनो सिस् कें ई समस्् होमर बल् अछि त’ ओतर एहन ब्त सभ नवह हबे ्क च्ही ज्वह सं ओकर वनर्श् ब़िैक। ओन् एकट् चीज कवह िी, ख्ली विच्र, व्यिह्र आ पररिशे बिलल् सं जे च ् ह ब ै ज े व ड प्र शे न स ं म व ु ति भ टे ज तै , त ’ ई म ो स व क ल अछि। कोछशश त’ ई हबे ्क च्ही जे पवहने वडप्रशे न नवह हुअर, तकर ख््ल र्खी। आ जौं भ’ गले त’
ड ॉ क्ट र स ं स ल ् ह ल बे ् म े ि े र ी न व ह क र ी ज े व क अ प न वमछथल्चं ल मे आमतौर पर लोक करैत िछथ।
आब अतं मे एकट् ब्त। सनु तै हेबै जे कहैत िैक जेलोककोरोन्सं कमआडरसं बसे ीमरैतिैक।ई बहुत हि तक सही िैक। जखनवह ककरो आईसीरू मे एडवमट करब् िेबकै तखनवह ओकर् अिं र डर प्रिशे क’ ज्इत िैक। ओ अपन अगल-बगल के र बडे पर गंभीर मरीज सभ कें िेखतै िैक। एकर् मे कतके ो ओकर् सोझ्ं मरर सहे ो ज्इत िैक। एन् मे ओ बहुत बसे ी तन्ि मे आवब ज्इत िैक। एकर् चलते शरीर केबीम्रीसंल़िब्कक्मत्सहेोकमभ’ज्इत िैक। एन् मे शरीर के इम्यवू नटी कें ओ गलत विश् मे प्रभ्वित करर ल्गतै िैक। एन् मे शरीरक इम्यवू नटी कें जे वकक स््टया भटे ब्क च्ही से नवह भवे ट प्बतै िैक। रहै क्रण िैक जे लोकक प्र्ण िूवट ज्इत िैक। ओन् मरैत िैक ओ इंफे क्शने सं , डर सं नवह। मिु ् डरक चलते जे नक्र्त्मक प्रभ्ि प़िैत िैक से ओकर् लले घ्तक बवन ज्इत िैक। डर जे िैक से इंफे क्शन सं ल़िब्क क्मत् कें कम क’ िैत िैक।
आबकनके बच््सभपरसहे ोगप्पक’ली।
क ो र ो न ् स ं ज ौ ं क क र ो स भ स ं ब से ी व ि क् त भ ले रै े त ’
ओ बच्े सभ अछि। कतर ओकर् सभ कें रोज्न्
स्ू ल मे अपन उम्र के सं गी-स्थी सभसं भटें घ्टं आ खले बे ्कमौक्भटे ैतिलैकतरआरओसभघरमे बन्न भ’ गले अछि। मोब्इल आ लपै टॉप ओकर सभक आबसंगीभ’गलेरै।ेपररस्थिवतसहेोएहनिैकजे म्-ं ब्प ओकर् मन् नवह क’ सकै त िछथ। एन् मे ओकर् पर म्नछसक आ श्रीररक असर सहे ो बहुत खर्ब तरीक् सं पव़ि रहल िैक। एन् मे सभसं नीक ई िैक जे बच्् कें ओकर पसंिीि् लोक सं बीच-बीच मे िीवडरो कॉल पर ब्त कर्बतै रही। ओकर् संगे घर मे वकिु-न-ै वकिु खले ्इत रही।
डॉ. सुर्ीि कु मञाि झञा
को
म्नछसक समस्् रहैक, ओ बसे ी प्रभ्वित भ’ रहल िैक। ओन् ई चीज पत् करब सहे ो कनके कवठन होइत िैक जे ककर् संगे म्नछसक समस्् िैक। िरअसल कोरोन् क्ल सं पवहने लोक एकर् पर बसे ी ध्य्न नवह िैक। एकर क्रण इहो िैक जे पवहने
लोक एकर इल्जे नवह कर्ब।ै आब की िै जे कोरोन् क्ल मे जखन ई म्मल् खबू संख्् मे वनकछल क ब्हर आवब रहलै िैक त’ लोक डॉक्टर लग सहे ो ज्र ल्गल। ख्ली कोरोन् के चलते लोकक म्नछसक समस्् ब़िलरै े सहे ो कहन्ई ओतके उछचत नवह हैत। बस्ल्क कोरोन् के चलते लोक कें अपन एवह समस्् केरपत्चललैसेकवहसकैतिी।ईजं कहबैजेई समस््ख्लीआमआिमीकेभलेरैेसहेोनवहिैक, फ्ं टल्इन िकया र, जने ् वक डॉक्टर, नस,या पछु लस, पत्रक्र एकर् सभमे सहे ो एकर समस्् खबू बव़ि गले रै ।े बच्् आब़िूपरओन्एकरअसरसभसंबसेीप़िलरै।े
वडप्रशे नबहुततरहकभ’सकैतअछि।ज्वहतरहें कोरोन् सं च्रू क्त एतके संख्् मे लोक मरलै वक मरर रहल िैक तकर् लोक पच् नवह प्बतै िैक। एतके डरर ज्इत िैक वक ओकर् सं ओ वडप्रशे न मे चछल ज्इत िैक। ई चीज स््भ्विको िैक। जं पररि्र मे कोनो व्यवति के वनधन भ’ ज्र आ ओहो अगर जब्न होई,
त वनर्श् भने ्ई स््भ्विक िैक। आब अह्ं के मन
मे आबतै हतै जे कोन् बछूझ सकैत िी जे कोनो आिमी के वडप्रशे निैकि्वकवडप्रशे नमेज्रहलअछि।त’ बत्िीजेवडप्रशेनमेंकोनोव्यवतिकेगने्ईकेअिं्ज् लग्रब बहुत आस्न िैक। जने ् वक ग्म-घरक नजररर् स ं ब ् त क र ी त ’ क ो न ो आ ि म ी क े त ् स ख ले बे ् म े ब ड
मन ल्गतै िैक। अच्नक रवि ओकर् त्श खले ब्क प्रवत आकरणया कम भ’ रहल िैक त’ बछुझ ज्उ जे ओ वडप्रशे न मे ज् रहल अछि। अवहन्, जौं वकरो व्यवति घर मे बहुत हसं तै -बजतै रहतै अछि आ अच्नक ओ हसं न्ई- बजन्ईकमक’विएत’बझु ूजेओवडप्रशे नमेज्
रहल अछि। लोक कहतै िै जे उि्स िैक त’ वडप्रशे न िैक। जखन वक उि्सी त’ वडप्रशे न के र कोनो ख्स लक्ण िवहरे नवह। तन्ि, थक्न, छचरछचर्पन, र्वत के नीिंनवहभने्ई,ि्फेरबहुतबसेीसतुन्ई,भखू नवह लगन्ई, कोनो क्ज मे मन नवह लगन्ई, आत्मविश्व्स मे कमी, प्ररि्ररक तन्ि आ एतर तक वक सक्े के प्रवत इच्् खत्म भने ्ई, ईहो सभ वडप्रशे न िैक।
 रोन् के र कहर सं हमर् अह्ं कें सोझ्ं करतै आबएकस्लसं बसे ीबीतगले । एकट्लहरआरल,चछलगले ।िोसर
लहर आरल, बहुत बसे ी नोकस्न पहुचं ले क आ एखनहुं पहुचं ्रहलअछि।आबकहलज्रहलअछिजेतसे रो लहर आरत। मतलब, एखन कतके विन धरर घर मे कै ि रहब, से कहन्ई मोस््कल अछि। एन् मे लोकक छचतं ् ब़िब ि्छजब अछि। छचतं ् सं अिस्ि, मतलब वडप्रशे न होइत िैक जे वक कतके बरे कोरोन् सं बसे ी घ्तक छसधि होइत िैक। आछखर एवह मोसवकल समर मे अपन् आप कें वडप्रशे न सं कोन् बच्बी, हम अवह पर अह्ं सभसं वकिु ब्त करर च्हतै िी।
वडप्रशे निूतरहकहोइतिैक।पवहलपररस्थिवत
सं आ िोसर पररिशे सं उत्न्न होइत िैक। कोरोन् के चलते जे एखन लोक सभ मे अिस्ि बव़ि रहल िैक ओ पररस्थिवतिश िैक। एवह तरहक वडप्रशे न सं आर्म सं वनज्त प्वब सकै त िी। से कोन्? ई एन्, जे जने ् म्वन छलर पररि्र मे प्चं गोटे िैक। सभ मोब्इल पर हरिम कोरोन् सं संबंछधत खबर प़ितै आ एक-िोसर सं स्झ् करतै त’ वनछचितरुपणे नक्र्त्मक प्रभ्ि प़ित।ै एकर्
ब ि ल ् म े ज ं स भ व क र ो ए क स ं ग े ब छ ै स क े ल डू ो ि ् क ो न ो आन खले खले ्र ि् नवह त’ आपस मे ब्त-े चीत करै त’ श्रि नक्र्त्मकत्क प्रस्र रोकल ज् सकै त अछि। अहसंबसेीजौंरोज्न्व्य्र्मकरी,त’वडप्रशेनहबे्क
मतलबे नवह बनतै िैक। िोसर तरहक वडप्रशे न होइत अछि पररिशे सं । रद्वप
ए क र ् अ न िु ् छ ं श क स हे ो क व ह स क ै त छिरकै । मतलब जं पररि्र मे ककरो एवह प्रक्रक समस्् िैक त’ ओकर्
सं ई आवब सकइत अछि।
आब ब्त करी कोरोन् सं एकर
संबंध पर। एवह मे कोनो शक नवह जे कोरोन् के
चलते सहे ो लोक मे व ड प्र शे न ब ़ि ल रै ।े
मिु ् जकर् पवहने सं कोनो तरहक
  (रौशन झ् सं ब्तचीत पर आध्ररत)
       































































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