Page 6 - Vigyan Ratnakar March 2021
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March 2021
साक्ात्ार
सभ तरहें
सरु क्षितअथि
क को र को न ा व क्ै ी न
डाॅ. ररदीप गुलेवरया
सुभाष चंद्र
सा
16 जनिरी कऽ िैक्सीन लगबा चुकल िी। एक्ो वमछसया दद्ष आ कोनो आन गप्प
नवह भेल। तावहं हम सबसं आग्ह
करबैन् जे जवहया छजनकर
बारी अबैन्, ओवह वदन ओ कोरोना िैक्सीन जरूर लगाबैछि।
कोरोना िैक्सीन एवह महामारी कें
कोन तरहें वनयंवत्रत कय सकैत अछि ?
एकरा द् गप्प सं बुछि सकैत िी। पवहल ई
जे िैक्सीन केर बाद संक्रमण भेल रोगीक संख्ा आ मृत्युदर मे कमी आओत। कोरोना के र कारण पचास बरख सं बेसी ियस िाला 84 रिवतशत एहन लोकक मृत्यु भेलैन्, छजनका पवहने सं वकडनी, सांस आ फे फड़ा सं जुडल गं भीर व्याछि रहैन्। दोसर गप्प ई अछि जे जवद हम एकटा पैघ सम्ह कें टीकाकरण करबा मे सक्म िी आओर एहन लोककें छजनका कोरोना भऽ चुकल िछन्, ओ रिाकृ वतक रूपें इम््वनटी (रिवतरक्ण रिवतवक्रया) विकछसत कय चुकल िछि, तऽ एवह दनु ् म्थिवत हमरा सभकें हड्ष इम््वनटी हाछसल करबा मे मदवत भऽ सकैत अछि। आओर हम सभ दबु ारा एकदम पवहने सन छजनगी जीवब सकै त िी।
अहांकें वक लगैत अछि जे आबय िाला समय मे कोरोना कें लोक सािारण सदणी-खांेसी सन मानय लगताह ? जवदहमसभवमछलकयएवहसंक्रमणके बेसीजोछखम िाला सम्ह, जेना - स्ास्थ्य कम्षचारी, फंट लाइन िक्ष स्ष आ एकर सं गे सं ग ब्ढ़-बुढा़नुस कें िैक्सीन कें माध्यमे सुरछक्त कय लैत िी त वनछचित रूप सं एकरा मृत्यु दर मे सेहो कमी आएत। एहन पररम्थिवत मे कोरोना सािारण खांेसी आ सदणी जकां भऽ जायत। एहननवहअछिजेएकरमृत्युदरकेंश्न्कएलजा सकै त अछि। सभ वकओ देखैत िी जे सीजनल फल् सं सेहो हर बरख कतेको लोक मरैत िछि।
वक समस् देशिासी एवह मादे आश्वस् भऽ सकै त िछि जे कोरोना कें िैक्सीन सुरछक्त आओर रिभािी अछि ? एखन िररक जे शोि आ टीकाकरण कें डाटा हमरा सभकलगअछि,ओवहआिारपरहमईतऽकवह सकैत िी जे िक्सै ीन पण् ्ष तरहें सरु छक्त अछि। हा,ं वकिुमामल्ीसाइडइफेक्ट्सजनेा-दद्ष,सज्नआ बोखार आवद भऽ सकै त अछि। जकर ई मतलब अछि जे िक्सै ीन देह मे पहंच कय इम्न् रेस्ासं दय रहल अछि।
जवदहमिैक्सीनरिवतभागीकेंगप्पकरीतऽदवुनया भरर मे 90 हजार सं बेसी लोक पर एकर परीक्ण कएलगेलअछि।िैक्सीनकेदर्गामीदष्प्रुभािपता लगेबा मे हमरा लोकवन कें एखनो एकटा लंबा समय के फॉलोअप कें रितीक्ा करय पडत। एवह तरहक
चाहय िी पुरनका सामान्य जीवन, त लगाबय पडत ककोरकोना वैक्ीन
फॉलोअप कें हम फे ज चाररक टट्ायल सेहो कहैत िी, जावह सं हम कोनह िैक्सीन कें बाजार मे लांच करब आ िैक्सीन लोककें देबाक बाद होमय िाला दष्प्रु भाि पर नजरर
राखल जा सकै त िी।
आब हम कोरोना िैक्सीन कें
रिभािकाररता कें गप्प करय िी। िैक्सीन रियोग करबा कें रिारंछभक डाटा के अनुसार हम ई कवह सकै त िी जे हमरा िैक्सीन कम सं कम िह महीना आओर बेसी सं बेसी एक-द् बरख िरर ई रिवतरक्ा रिदान करत। नीकगप्पईअछिजेएखनिैछश्वकस्रपरपचास सं बेसी िैक्सीन वनमा्षता कोरोना िैक्सीन वनमा्षण के विछभन्न चरण पर िछि। ई संभि अछि जे भविष्य मे हम बेसी बेहतर वकस् कें िैक्सीन उपलब्ध कय सकब। ओना ित्षमान िैक्सीन के ंहम सेहो नीक कवह
सकैतिी।
उदाहरण लेल कवह सकैत िी जे जहन इंफल्एंजा
िैक्सीन कें लांच कएल गेल रहय, ओवह समय ई टट्ाइिैलेंट िल। मतलब एवह मे िायरस के स्ेट्न ए आओर बी सं मुकाबला करबा क्मता रहय। एकर बादईमहूससकएलगेलैजेबीस्ेट्नकें द्टानि रूप यागामाटा आओर विक्ोररया कें सेहो असरर विश्व कें आन भाग मे देखल जा रहल िैक। तावहं, आब हम सभ इंफल्एंजा कें क्ाडट्ाईिैलेंट िैक्सीन दय रहल छियैह,जेस्ेट्नएकें द्टारूपआओरस्ेट्नबीकें द्टा रूप के छखलाफ सुरक्ा किच दैत िैक। बीतैत समयक संग हम कोरोना कें बेसी मजग्त आ नि जेनेरेशन के कोरोना िैक्सीन उपलब्ध करा सकब। वनछचित रूपे ओ ित्षमान सं कहीं बेसी बेहतर आ रिभािकारी होयत।
कोरोना िक्सै ीन कें कोन तरहें रिमाछणत कएल गले िैक ?
जहन कखनो हम िैक्सीन बनेबाक विचार करैत िी तऽ हम सभ द् गोट रिमुख गप्प पर ध्यान दैत छियैक। पवहल अछि – रिभािकाररता आ सुरक्ा। दोसर – िैक्सीन कें सं रछक्त करबाक लेल जरूरी तापमान के र संगे हम कतेक पैघ आबादी कें टीकाकरण करैत िी, ओकर संगे दाम पर सेहो विचार करैत छियैक। जावहं सं सभ जरूरतमंद कें कोनहं टा िैक्सीन उपलब्ध भऽ सकय। जखन हम कोरोना िैक्सीन कें गप्प करय िी तऽकहबजेएखनटीकाकरणमेशावमलदनुुिैक्सीन सभ मानक पर खरा उतरल अछि।
जहां िरर िैक्सीन के र उपलब्धता कें गप्प अछि तऽ हमसभइएहसुवनछचितकरैतछियैहजेिैक्सीनकेंद्सं आठ वडग्ी सेंटीग्ेड के तापमान पर सं रछक्त कएल गेल हअय।वकएकतऽहमनेना-भुटकासंगेमवहलासभक लेल विश्व कें सबसं पैघ वनयवमत टीकाकरण काय्षक्रम संचाछलत करैत िी। जावह मे िैक्सीन संरक्ण के एवह तापमान कें पालन कएल जा रहल िैक। तावहं हमरा लग िैक्सीन संरक्ण कें सभ जरूरी सुवििा आओर रिछशछक्त स्ास्थ्य कम्षचारी मरौज्द िछि। जवद हम िैक्सीन संरक्ण आओर संसािन केर ित्षमान सुवििा सभ कें बढ़ा दी,ं तऽ हम सभ अछिक व्यापक टीकाकरण कय सकै त िी।
ल 2020 कोरोना कें नाम रहल। महामारी घोवषत कएल गेल। िैज्ावनक आ डाॅक्र लोकवन वदन-रावत मेहनत
कयलाह। तकर सद्ः फल भेटल। साल 2021 कें शरूु होइतवहं देशक लेल कोरोना िैक्सीन आयल। एकर नीक पररणाम देखबा मे आवब रहल अछि। देश मे कोरोना सं क्रमण मे ओना तऽ कमी आयल, मुदा एकर डर एखनो बनल अछि। एहन मे कोरोना िैक्सीन लेबाक चाही वक नवह? वक एकर कोनो आन विकल्प सेहो अछि? एवह सभ कें समावहत करैत अछखल भारतीय आयुवि्षज्ान सं थिान (एमस), नई वदल्ी के र वनदेशक डाॅ रणदीप गुलेररया सं विस्ृत गप्प भेल। जनतब दऽ दी जे 16 जनिरी, 2021 कऽ जवहया अप्पन देश मे कोरोना टीकाकरण अछभयान कें रििानमंत्री नरेंद्र मोदी शरूु आत कयलाह, ओवह वदन एमस पररसर मे डाॅ रणदीप गुलेररया स्यं कोरोना िैक्सीन लेलाह।
रिस्ुत अछि हनक अनुभि आ कोरोना िैक्सीन पर भेल गप्प कें मुख् अंश:
लोकक मन मे बहत रास शंका िछन् जे कोरोना िैक्सीन
लगाबी वक नवह ?
कोनो तरहक शंका नवह हेबाक चाही। देश मे बनल आ टीकाकरण अछभयान लेल रिस्ुत दनु ् िैक्सीन प्णणं तरहें सुरछक्तअछि।रिभािी अछि। हम स्यं पवहल वदन






























































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