Page 7 - VIGYAN RATNAKAR_Oct_2021
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िनस्पवत जगत एक नजर
      लोटस इफे क्टः
त्चरजीविताक प्रतीक कमल
रहैि। एनह क्रम मे जलक बँदु पात पर उपल्स्त धटूछलकण वा कोनो अन्य गुं दगी केँ अपना सुं ग सानट क’ पात सँ कात क’ दैि। अनतशय जलभीरूता मे पातक सतह पर पल्स्त मोम के र कम सतह मुक्त ऊजा्ष सेहो सहायक होइि।
स्तः साफ रहबाक ई गुण नकिु आरो पात मे देखबा मे अबैि जानह मे मैना पात, अरुआ पात वा फे र के राक भलररक नाम गनाओल जा सकै ि। एनह कारणे एनह सभ पादपक पात पर कवक ओ अन्य रोगाणुक प्रसारक सुंभावना क भ’ जाइि।
जल-नवकर्षणक आधार पर जीव जगत मे स्युं शद्धु ता के र गुणक लाखो वर्षक नवकासक क्रम मे उद्भव भेल अछि। एनह तरहक जन्ु ओ वनपिनत मे अनेक प्रकारक नवरम पररल्स्नत केँ सहबाक क्मता नवकछसत भेल अछि। आइ ‘लोटस इफे क्’क छसद्धान्क उपयोग जैव छचनकत्साक सुंग माुंस ओ पेन्ट उद्ोग मे प्रमुखता सँ भ’ रहल अछि। आइ नवश्वमे ‘कमल प्रभाव’ पर
ॉ. तवद्ानाथ झा / रतव रौशन कु मार डम
 नुष् अपन चेतन्यशीलताक प्रारम्भनह सँ दीिा्षयुक सभ सुंभव उपाय तकबा में लागल अछि। छचनकत्सा नवज्ानक क्ेत्र मे भेल प्रगनत
'इडंियासाइसं'चैनलपरदखेू रौशन झा
स्पिन बॉललंग के र तवज्ान
इुंनिया साइुंस चैनल लगातार नवज्ानक प्रसार देश आ दनुनया मे करबाक लेल प्रयत्शील अछि। चैनल पर नवज्ानक नव-नव अनुसुं धान सनहत नवज्ान सुं सुं बुं छधत जानकारी दश्षक तक लगातार पहुंचाओल जा रहल अछि। ई सभ काय्षक्रम नहुंदी आ अुंग्ेजी के सुंगनह मैछथली आ नकिु आर भारा मे सेहो उपलब्ध अछि। नवछभन् क्ेत्रक नदग्गज सभक साक्ात्ार सेहो अहाुं के एतय भेनट जैत। अहाुं काय्षक्रम सभ लाइव के सुं गनह हमर वेबसाइट www.indiascience.in पर सेहो देछख सकै त िी। नकिु प्रमुख काय्षक्रमक जानकारी एनह तरहें अछि...
एक्सप्ेन्ड: इुंतजार खत् भेल। दश्षक लोकननक नवशेर माुंग पर ल्पिन गेंदबाजीक पािटू केर नवज्ान पर इुंनिया साइुंस चैनल एकटा काय्षक्रम तैयार कयलक अछि। नक्रके ट के दनुनया मे ल्पिन गेंदबाज गेंद कें टन्ष करेबा मे मानहर होइत अछि। एतय तक नक ओ बल्ेबाजक माथ तक कें िुमा दैत अछि जे नक बल्ेबाज के र लेल कोनो चमत्ार सुं कम ननह होइत अछि। आछखर की होइत अछि ल्पिन गेंदबाजी। कोन तरहें गेंद कें टन्ष कराओल जाइत अछि आ कतेक तरहक ल्पिन गेंदबाजी होइत अछि? पटूरा जानकारी भेटत एनह काय्षक्रम में।
बुलेनटन कोनवि-19: बुलेनटन कोनवि-19 के र एनह एनपसोि मेदेखटूजेआबनोनआपाननकेरगरारासुंहैतकोरोनकेर जाुंच। अुंिमान-ननकोबार, मछणपुर आ नागाललैंि मे िट्रोन सुं हैत कोरोना वैक्सीन के र निलीवरी, कोनवन अपन प्ेटफॉम्ष पर जोडलक एकटा खास एपीआई।
कोरोना को हराना है: कोरोना आ वायरल मे कोना करी फक्ष ? मॉनसटून के र मरौसम मे नकएक बनढ जाइत अछि कोरोनाकेरखतरा?कोरोनाभेलाउपराुंतकीअछि उपचार? जानटू मैक्स हेलथके यर के र इुंटरनल मेनिछसन वभाग मे िायरेक्र आ प्रछसद्ध नफजीशयन िॉ रोनमल नटक्कटू सुं खास काय्षक्रम ‘कोरोना को हराना है’ मे। हम लाबैत िी कोरोना सुं जुडल नवश्वसनीय जानकारी सभ सीधा नवशेरज् लोकनन सुं।एहनमहत्वपटूण्षजानकारीसभजेकोरोनासुंबचबाक सुंगनह ओकरा सुं मोकाबला करबा मे अपने लोकनन केर बहत काज आओत।
कनतपय गुं भीर रोगक ननदान कँे सुं भव बना देलक अछि आ इएह कारण अछि जे भारत सन देशक लोकक औसत वयस आब 67 वर्ष केँ पार क’ गेल अछि।
दीिा्षयुसम्पन् अनेक जन्ु ओ पादप मनुष्क श्रद्धाक के न्द्र बनन गेल अछि जानह मे कलम, देवदारु, बड, पीपर आनदक नाम प्रमुखता सँ लेल जाइि। कमल केँ शाश्वत ओ सरौन्य्षक प्रतीक मानल जाइि। एहन देखल गेल अछि जे पुराताछत्वक उत्खनन मे प्राप्त सहस्ाछधक वर्ष पुरान कमलबीजकेँ अुंकु ररत कराओल गेल अछि जे एकर बीया मे दीि्ष सुरुप्तावस्ा (कवतउुंदबल) होयबाक प्रमाण अछि। भारत सनहत एछशयाक अनेक देशक सुं स्ृ नत मे कमल कँे उच्च स्ान देल गेल अछि। अनेक देशक प्रारुंछभक
छचनकत्सा पद्धनत्त मे कमलक प्रमुखता
सँ चच्ष अछि। कमलक बीया,
प्रकन्, पात ओ फटू ल सनहत
अनेक भाग मे मधुमेहरोधी गुणक
उपल्स्नतक पुनष् भेल
अछि। हृदय रोग
मे सेहो एकरा
गुणकारी पाओल
गेल अछि। अछधकाुंश
भाग मे प्रनतआॅक्सीकारक
(ुंदजपवगपकुंदज) केर प्रचुरताक
पुनष् भेल अछि।
नवलक्ण औरधीय गुण सँ सम्पन् कमलक पात पर पाननक बुंुदक एम्हर-ओम्हर नहलब-िोलब नैनोटेक्ोलाॅजीक क्ेत्र मे एक महत्वपटूण्ष खोजक आधार बनन गेल अछि। जम्षन वैज्ाननक नवलहेल्म बाथ्षलोट (ॅपसीमसउ ठुंतजीसवजज) द्ारा बीसम शताब्ीक उत्तराद्ध्ष मे भेल एनह खोज के ँ ‘लोटस इफे क्’क नाम देल गेल अछि।
पुरैनक पात परहक उपररत्वचा (मचपकमतउपे) पर उपल्स्त सटूक्ष्म उभार पर (उपबतवेबवचपब इनउचल वनजहतवटूजी) पर रवादार मोम (टूुंगल बतलेजुं स) के र आवेष्नहोइि।ईमामएकराप्राकृनतकजलभीरुता (ीलकतवचीवइपबपजल)क गुण सँ सम्पन् बना क’ स्युं स्च्ताक नवलक्णता प्रदान करैि। मोमक सटूक्ष्म उभार सभ केँ माइक्रोररलीफ कहल गेल अछि जकरा बीच मे हवा भरत रहैि। पुरैनक पात पर पाननक बुंुदअपनपृष्तनावओनब्ेअुंशसँअछधककसम्पक्ष कोण बनयबाक कारणँे पसरबा योग्य ननह रनह जाइि आतँेगोलआकृनतबनायपातपरएम्हर-ओम्हरिोलैत
आधाररत
उत्पाद के र बाजार दस करोड िाॅ लरसँ अछधक के र भ’ गेल अछि। स्तः स्च्ताक गुण सँ सम्पन् तल के र उपयोनगता खाद् प्रसुं स्रणक सुं ग अन्य अनेक क्ेत्र मे बढल जा रहल
अछि।
आबऽवला नदन मे
पेयजलक सुं कट कँे देखैत वैज्ाननक लोकनन नव- नव स्ोत सँ पानन
     उपलब्ध करयबाक नदशा मेशोधरत्िछथ।लोटसइफेक् पर आधाररत एक शोधमे अमेररकाक मैसाचुसेट्स इन्स्ीच्टूट आॅफ टेक्ोलाॅजीक वैज्ाननक लोकनन एक एहन ‘सुपरप्ाछस्क’ बनरौलनन अछि जानह मे जलाकर्षण (ीलकतवचीपसपबपजल) ओ जलनवकर्षण (ीलकतवचीवइपबपजल)दनुटूगुणकएकसुंगसमावेश कऽ कऽ वायु सँ जल केँ एकत्र कयल जा सकैि। एकनह सतह पर धनात्क ओ ऋणात्क दनु टू आवेश सँ आवेछशत बहलक (चवसलउमत) पर छसछलकाॅन सटूक्ष्मकणक आवेष्न रहैि। एनह ुनफल्म पर मोम सँ आवेनष्त फलोरीनयुक्त छसलेन (छसनवतपदुंजमक ेपसुंदम)अवल्स्तहोइिजेबँदुकरूपमेपाननकँे सुगमता सँ टिरबा योग्य बना दैि। ई नव तकनीक मरुभटूनमक कु हेस (कमेमतज नवह) वला क्ेत्र मे नवशेर कारगर होयत आ एनह प्रनक्रया सँ ओनह क्ेत्र मे जलापटूनत्ष कँे अछधक सुगम बनाओल जा सकत। वैज्ाननकलोकननएहूनदशामेनक्रयाशीलिछथजे जीवाणुनाशी जलसुं शोधन प्रकरण के ँ सेहो एनह प्रनक्रया
मे समावेछशत कऽ देल जाय।
              





























































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