Page 101 - Not Equal to Love
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नॉट इ वल टू लव


                                        चौपाल सजा कर बैठ आपक िलखी कहानी सुनने के
                                        िलए।

                                      - बाहर क आज़ाद+ क बात कर ौीमन।
                                      - आज़ाद+ बाहर क हो या भीतर क, पहली आज़ाद+ मन
                                        क होती है। जो करने का मन है, ज/र करो और ले5कन

                                        मन के  Oखलाफ कु छ मत करो। ये ह+ आज़ाद+ होती है
                                        छIव जो हम जीवन भर नह+ं पा सकते। कभी बार चाहते
                                        नह+ं और कई बार जानते नह+ं 5क मनमज` से जीवन
                                        Iबताना _ या होता है।

                                      - बाहर क आज़ाद+ म आप _ या _ या शािमल करते ह।
                                        ः पं ट कर।
                                      - जाने दो छIव, आपसे हो नह+ं पायेगा और बाद म गािलयां

                                        मुझे सुननी पडगी। ये बड़े शहर* के  च*चले ह।
                                      - चैलज कर रहे ह।

                                      - अg छा सुनो, पg चीस बरस पहले पढ़+ एक कहानी सुनाता
                                        हूं। तब ये सब मॉल वॉल नह+ं थे। एक छोटे से शहर म
                                        एक लड़क अपने हॉः टल का कमरा खाली करके  बस
                                        अwडे पहुंची तो पता चला 5क उसके  शहर जाने वाली बस
                                        दो िमनट पहले ह+ छ ू ट गयी है। अगली बस रात को आठ
                                        बजे है। अब _ या करे, वाIपस जा नह+ं सकती, शहर म
                                        मौसी रहती है, कभी उससे िमलने नह+ं गयी, आज कै से




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