Page 96 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
                                        Iबताने या अंतरंग पल Iबताने के  बारे म सोच भी नह+ं
                                        सकतीं। आपके  हसबड महोदय ने इसी Iवँ वास के  बदले
                                        सौदा 5कया और युवा और खूबसूरत ट+चर जी के  साथ

                                        िनकल पड़े।
                                      - आपने आज कसम खा रखी है 5क हम दोन* के  बीच
                                        झगड़ा करवा के  रहगे।

                                      - मेर+ ऐसी कोई मंशा नह+ं है। जब बात खुलती है तो पूर+
                                        तरह से खुलनी चा5हये। आप ह+ बताय 5क सार+ चाहत के
                                        बावजूद अपने आपको जः सी के  आगे आज भी सरंडर कर
                                        पायगी।

                                      - शायद नह+ं। मेरा मन नह+ं मानेगा...
                                      - यह+ बात म आपसे कहलवाना चाहता था।

                                      - और कु छ..।

                                      - अभी भी आपके  मन म कु छ सवाल रह गये ह*गे। पूछ।
                                      - ले5कन ऐसा भी होता ह+ है 5क औरत ह+ इस छ ू ट का पूरा
                                        फायदा उठाती ह तो।

                                      - दरअसल कोई भी दो संबंध एक से नह+ं होते तो तय है
                                        5क उनके  जीवन क िमसाल भी अलग अलग ह+ ह*गी। म
                                        5कतनी ह+ ऐसी म5हलाओं को जानता हूं जो पित या
                                        प=रवार क जानकार+ के  Iबना Iववाहेतर संबंध न के वल
                                        बनाये हुए ह, बOY क उसे पूर+ िश^त से िनभा भी रह+ ह।

                                      - ले5कन पुƒष भी तो यह+ करते ह।
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