Page 92 - Not Equal to Love
P. 92

सूरज ूकाश
                                      -  ज/र+ नह+ं 5क आप मुझसे सहमत ह* ले5कन जो =रँ ते
                                        y यार से शु/ होते ह उनम देह कभी न कभी आ सकती है
                                        ले5कन जो =रँते देह से शु/ होते ह उनम y यार आने क
                                        संभावना नह+ं के  बराबर होती है। आप कु छ पूछ रह+ थीं

                                        चंदन से मुलाकात के  बारे म?
                                      - आपक आज क बात के  आलोक म सारे मामले पर 5फर

                                        से सोचूंगी, तब इस बारे म बात क/ं गी।
                                      - सलाह लगी या िमलने के  बाद बतायगी?

                                      - बताऊं  _ या?
                                      - ओके । वैसे आपको इस पर खुद कहानी िलखनी चा5हये।
                                        तीन* के  एंगल से और कहानी म तीन* ये सोचते हुए
                                        बताये जाय 5क वह बाक दो के  बारे म _ या सोचता या

                                        सोचती है।

                                      - आपबीती को जग बीती बनाना नह+ं हो पायेगा।
                                      - आप सोच तो सह+। जीवन म चंदन कै सा भी हो कहानी
                                        म चंदन आपके  5बएशन का चंदन होगा,  तभी शानदार
                                        कहानी बनेगी।

                                      - _ या िलख पाऊं गी अपनी कहानी?

                                      - कोिशश करने म हज< नह+ं।
                                      - तो म िमलूं चंदन से?




                                                             91
   87   88   89   90   91   92   93   94   95   96   97