Page 90 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
- उनक ए_ सपायर+ डेट तो देर सबेर आनी ह+ होती है
छIव। बOY क कई बार बहुत जY द+ आ जाती है।
- हां मने देखा है 5क फे सबुक पर कई बार कोई ृ ड बनता
है, पहली ह+ चैट म बहुत शानदार बात होती है ले5कन
दूसर+ तीसर+ बार बात करने का मन ह+ नह+ं होता। हर+
बxी जलती देख कर भी हैलो नह+ं कर पाती।
- फे सबुक म हमारे पास =रमोट होता है। ये जो चैनल
बदलने क आदत होती है न, जीवन के हर काम म हम
इः तेमाल करते ह। जो पसंद नह+ं, अg छा नह+ं, उसे सामने
से हटा दो। हम जीवन भर यह+ करते रहते ह।
- सॉर+ बट.. मने चंदन को कभी =रजे_ ट नह+ं 5कया। बरस*
से दूर रहने के बावजूद।
- माना। आपने अभी खुद ह+ कहा 5क कई बरस* से उससे
संवाद नह+ं है। फोन वह उठाता नह+ं, मुलाकात वह करता
नह+ं, उस पर आपको ये खुशफहमी भी है 5क वह आपके
िलए ूेयर भी करता रहा है। इससे बड़+ आयरनी _ या
होगी 5क बंबई म एक बेरोजगार और ः शJ लर फोटोमाफर
अपनी सो कॉY ड भूतपूव< ूेिमका और इस समय एक खाते
पीते खानदान क बहू के िलए ूेयर करता है और दूसर+
आयरनी ये 5क वह+ भूतपूव< ूेिमका Oजसने शायद ह+ कभी
अपने तब के सो कॉY ड ूेमी का हाथ भी थामा हो, या
एक साथ िसनेमा ह+ देखा हो, न के वल अपने पित से पूछ
कर उससे िमलने जाना चाहती है बOY क उसके साथ
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