Page 89 - Not Equal to Love
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नॉट इ वल टू लव


                                      - ऐसा है देव..

                                      - टोको नह+ं, पहले पूर+ बात सुनो।

                                      - सॉर+, कहते चल।
                                      - छIव, कई =रँत* क ए_ सपायर+ डेट होती है। ये =रँते
                                        खून के  भी हो सकते ह और सामाOजक िनवा<ह के  भी।
                                        कई बार िनजी भी। वह तार+ख या िमयाद िनकल जाने के
                                        बाद या बीच म संवादह+नता का लंबा अरसा पसर जाने के

                                        बाद उन =रँत* म कु छ नह+ं बचता। हम चाह कर भी ऐसे
                                        =रँत* म बाद म ूाण नह+ं फूं क सकते। बहुत 5दन* के
                                        गैप वाले ऐसे सूख गये =रँत* को बाद म हम =रपेयर नह+ं
                                        कर सकते।

                                      - ज़रा समझाय।
                                      - देखो छIव, हम जब 5कसी वज़ह से अपनी जगह से कह+ं
                                        दूर रहने लगते ह तो इस दूर+ के  कारण =रँ त* म भी एक
                                        तरह क दूर+ पसर जाती है Oजसे पाट पाना आसान नह+ं
                                        होता। कई बार काम सध जाने के  बाद भी कु छ =रँ त* म
                                        कु छ बाक नह+ं बचता तो कई बार कु छ =रँ त* ने हम

                                        इतनी तकलीफ द+ होती है 5क हम उT ह बाद म याद
                                        करना या जीना ह+ नह+ं चाहते। ऐसे M यO_ त के  सामने पड़
                                        जाने पर भी कतरा कर िनकल जाना बेहतर समझते ह।

                                      - फे सबुक के  =रँ त* के  बारे म _ या कहते ह ूभु?



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