Page 80 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
- y लीजजजजजजज। कु छ तो 5कः से बताओ। सामने होते तो
शानदार फलूदे वाली कु Y फ Oखलाती। हमारे मोहY ले के
टोपन दास क फलूदा कु Y फ बहुत मशहूर है। रात एक
बजे तक खुली रहती है उसक दुकान।
- अg छा तो लालच दे रह+ हो ई कु Y फ का। बस कु छ ह+
लेखक* के बारे म बताऊं गा।
- डन।
- आगाथा 5बः ट+ अपने उपT यास* के िलए क ल के y लॉट
सोचने के िलए बाथ टब म बैठ कर सेब कु तरा करती थीं।
जॉज< आव-ल, माक< {वेन, ए5डथ वाट<न, Iवंःटन चिच<ल और
मास-ल ूोउःट आ5द लेखक अपना अिधकतर लेखन
Iबःतर म लेट कर ह+ करते थे।
- एक थे युमैन कपोते। वे पीठ के बल लेट कर िलखते
थे। वे अपना कोई भी काम शुबवार को शु/ नह+ं कर
पाते थे। उT ह तीन तेरह से नफरत थी। वे ऐशशे म
िसगरेट के तीन टोट* से H यादा कभी नह+ं छोड़ते थे।
अगर टोटे H यादा हो जाय तो अपने कोट क जेब म ठूंस
लेते।
- कमाल है। म समझती थी 5क इस तरह के झ_ क हम
ह+ होते ह। जैसे होटल* म तेरह नंबर क मंOजल न
होना।
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