Page 76 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
                                        नायाब तर+के , उसक तकलीफ  और कई बार उसक
                                        जीवन शैली के  हैरान कर देने वाले पu होते ह और ये
                                        हर लेखक के  मामले म अलग होते ह। लेखन एक ऐसी
                                        साधना है Oजसक अिभMयIN के  5कसी अT य मा:यम से

                                        तुलना नह+ं क जा सकती।
                                      - बताते चल देव। जानना अg छा लग रहा है।

                                      - हर लेखक दूसरे लेखक से अलग होता है। उसक आदत,
                                        उसक िलखने क शैली, उसका लेखन के  िलए खुद को
                                        तैयार करना दूसर* से Iबलकु ल अलग होता है। यह अपने
                                        आप म एक रोचक अ:ययन है।

                                      - नाइस।
                                      - अब हर लेखक के  जीवन म एक से अिधक बार ऐसे
                                        मौके  आते ह 5क उसका लेखन बंद हो जाता है। वह सब
                                        कु छ होते हुए भी कु छ नह+ं िलख पाता। कारण कु छ भी

                                        हो सकता है और नह+ं भी हो सकता। कभी शार+=रक तो
                                        कभी मानिसक। यह+ राइटस< ) लॉक होता है। कई बार
                                        बरस* तक चलता रह सकता है और कई बार एक से
                                        H यादा बार हमला करता है।

                                      - इंटरेOः टंग।
                                      - और मजे क बात 5क बेशक सभी लेखक कभी न कभी
                                        इस राइटस< ) लॉक से जूझते ह ले5कन इससे पार पाने के

                                        सबके  तर+के  अलग अलग होते ह।

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