Page 42 - Vidyalaya Magazine- Kendriya Vidyalaya Rishikesh
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         १. सत्यमेव जयते नाऽनृतम्।


           अर्ाात्- सत्य की ही जीत होती है, असत्य की नहीं।


         २. जननी जन्मभूममश्च स्वर्ाादमि र्रीयसी।


           अर्ाात्- माता और मातृभूमम स्वर्ा से भी बढ़कर होती है।


         ३. यत्र नायास्तु िुज्यन्ते रमन्ते तत्र देवतााः।

           अर्ाात्- जहााँ मियों की िूजा होती है, वहााँ देवताओं का मनवास


           होता है।

         ४. अमहंसा िरमो धमााः।


           अर्ाात्- अमहंसा सबसे बड़ा धमा है।


         ५. र्ुरुर्ब्ाह्मा र्ुरुमवाष्ुाः र्ुरुदेवो महेश्वराः।


           अर्ाात्- र्ुरु र्ब्ह्मा मवष्ु और शंकर के  समान हैं।
                                                                                                पूनम डोभाल

                                                                                                   आष्टमी अ


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                सवे जनााः नममन्त ईश्वरम्।

                स अमस्त मार्ा-दशाकाः।

                दाःखस्य समये स्मरमन्त ईश्वरं सवे जनााः।
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                यो न स्मरमत स भवमत र्ु्हीनाः।

                ईश्वरस्य न अमस्त कोऽमि व्ााः ऱूिञ्च।

                ईश्वरस्य न अमस्त सुर्न्धाः दर्ान्धाः च।
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                ईश्वराः अमस्त सवेषु वस्तुषु।


                स अमस्त सवाहृदयेषु।
                                                                                               साक्षी जुगरान

                                                                                                    नवमी ब
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