Page 21 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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यीशु मसीह के यwशलेम
म. अं;तम दन
(नीसान 8 से लेकर नीसान 16 तक)
बाइबल के हसाब से यह दयJ के 5लए एक दन के चौबीस घंटे सूरज के
ू
डूबने से लेकर सूरज के उगने तक vगने जाते ह8. अथा0त शाम को जब सूरज डूब
जाता है, तब से लेकर अगल% शाम को जब सूरज डूबता है, तब तक के 24
घंटJ का एक दन माना जाता है. मगर वत0मान के आधु;नक जीवन म. रा~( के
12 बजे से लेकर अगल% रा~( के बारह तक के 24 घंटJ का एक दन माना
जाता है. इस लेख म. हम यीशु मसीह के दुःख उठाने के जो उनके अं;तम
सeताह के दन ह8, उनके बारे म. और उनके तमाम कामJ आ द के बारे म. बात
कर.गे. यहद% कल.डर के हसाब से यीशु मसीह के अं;तम दनJ का समयकाल
ू
नीसान मह%ने क1 तार%ख 8 से लेकर 16 तार%ख माना जाता है. और यह ए. डी.
33 क1 स{य कहानी है. यीशु मसीह क1 कहानी और उनके इस संसार म. ज#म
से लेकर मृ{यु तक तमाम घटनाओं, उनक1 सचमुच क1 उपिPथ;त के बारे म.
उन ए;तहा5सक लोगJ का भी माण देना चाह.गे जो वाPतव म. यीशु मसीह क1
सbचाई के तय के wप म. इ;तहास म. दज़0 ह8, =यJ+क यीशु मसीह का नाम
कोई कपोल किपत, +कPसा-कहानी, प<रयJ क1 कहा;नयां जैसा, वेताल आ द, के
समान नह%ं है. यीशु मसीह का नाम एक ए;तहा5सक स{य है और इस स{यता
का माण भी देता है. यीशु मसीह के ज#म से लेकर उनक1 मृ{यु और
Pवगा0रोहण तक तमाम बात., तक0 , आलोचनाएँ और अPवीक ृ ;तयाँ देन. क1
को5शश गैर-मसी हयJ के वारा आज और अतीत म. द% जाती रह%ं ह8, मगर हम
उनक1 उपरो=त सार% बातJ को छोड़ते ह%, उनको न मानते हए और उनका
ु
ब हGकार करते हए अपनी बात यीशु मसीह के ज#म से पहले िजस मनुGय का
ु
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