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गुरु की ड िंट-डपट पपत  क े प्य र से अच्छी होती है।



             ककस्ित नि ं िेिनत
             ककस्ित को अजिाना छोड़ो

             िेिनत से अपने आप को जोड़ो
                     िेिनत से मलख दो अपनी ककस्ित

                     पिन लो अपने सर का ताज
                    ककस्ित से बड़ी िै िेिनत आज                                अक्षर  ‘A’ ल पत
                                                                 ििारे रोज क े हदनियाा िें िि सुबि जगते िै , स्नान
             आलस्य का त्याग करना सीखो
                                                                 करते िै, बच्िे िो  तो पाठशाला जाते िैं | बड़े जो िै िो
              बुलंहदयों को छ ू ना सीखो
                                                                 अपने काि पर ननकल जाते िैं | तो हदनभर िि अनेक
                     अपने सपने साकार करो
                                                                 शब्दों से अपने िाथ और गले मिलाते िै |
                     अपने सपने से प्यार करो
                                                                     क्या ििने कभी  सोिा िैं कक एक अंग्रेजी शब्द “A”
             अब सीखो तुि अंगारो पर िलना
                                                                 न िो तो क्या िोगा ?
             क्योंकक सि करना िैं अपना िर सपना
                                                                 क ु छ शब्द जो “A” क े बबना िैं जैसे   -
                     कांटे नि ं फ ू ल भी आते िै रास्ते िें
                                                                     संगिक = Computer
                     इसमलए सीख लो िेिनत करना
                                                                     िोबाइल फोन = Mobile
             छोड़ दो ककस्ित का राग
                                                                        Phone
              जुआ नि ं स्जंदगी िै ये
                                                                     घड़ी = Clock
             ककस्ित से नि  िेिनत से बनती िै ये।
             “ िीिती  रेिुका ”                                       बतान = Utensils

             हिंद   विभाग
                                                                 ये सब तो िो गई क ु छ अनािश्यक बाते ,अब िैं अपने
                                                                 िुद्दे पर आता िूँ | आज िैं आपको क ु छ
                                                                               ू
                                                                 आश्ियाजनक बातें बताने जा रिा िूँ | आप रोज
                                                                                              ू
                                                                 एक ,दो ,तीन ..... नौ सौ नननानिे (999) तक सख्या
                प्य स  कौव
                                                                 इस्तेिाल करते िैं | पर कभी उस पर ध्यान क ें हित
             एक कौिा प्यासा था
                                                                 ककया िै ? अगर िाूँ!तो आप पाएगें  कक 1 (one), 2
             िटके  िें थोड़ा पानी था
                                                                 (two)....... से 999(Nine ninty nine) तक एक बार
             पानी िें डाला कं कड़
                                                                 भी “ A ” का उपयोग नि ं िोता | 1000(one
             पानी आया ऊपर
                                                                 Thousand) पिला अंक िै ,स्जसिे “A” का प्रयोग
             कौिे ने वपया पानी
                                                                 ककया गया िै |
             कर गया शैतानी
                                                                 िै ना ये िज़े  की बात ! एक अक्षर ििें ककतना क ु छ
             अनुराधा
                                                                 मसखा गया |
              कक्षा :- नििीं
                                                                                                अथिा िाघिारे
                                                                                                   कक्षा:-आठ
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