Page 20 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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करनी पड़ रही है। परंतु बदलते ह ए समय को देखते ह ए हम  नए और जोिखम भरे िवचार  क

               तरफ  यान देने क  ज रत है। अपने ब च  को कम चारी बनने क  सलाह देने का मतलब यह है
               िक हम उ ह  िजंदगी भर अपनी खून-पसीने क  कमाई से इ कम टै स व और भी न जाने िकतने
               टै स चुकाने क  सलाह देते ह  और इसक े  बाद भी प शन क  कोई गारंटी नह  होती। और यह सच
               है िक आज क े  ज़माने म  टै स िकसी  यि  का सबसे बड़ा खच  है। हक़ कत म ,  यादातर
               प रवार तो जनवरी से आधी मई तक िसफ़    अपने टै स चुकाने क े  िलए ही सरकार क  नौकरी
               करते ह । आज नए िवचार  क  बह त ज़ रत है और यह पु तक हम  नए िवचार देती है।

                     रॉबट  का दावा है िक अमीर लोग अपने ब च  को अलग तरह क  िश ा देते ह । वे अपने

               ब च  को घर पर िसखाते ह , िडनर टेबल पर। हो सकता है िक यह िवचार वे न ह  िजन पर आप
               अपने ब च  क े  साथ बात  करते ह , परंतु उन पर नज़र डालने क े  िलए ध यवाद। और म  आपको
               सलाह देती ह ँ िक आप खोज करते रह । एक माँ और एक सी.पी.ए. होने क े  नाते म  तो यही
               सोचती ह ँ िक अ छे नंबर लाना और एक बिढ़या नौकरी पा लेना एक पुराना िवचार है। हम  अपने
               ब च  को नए तरह क े  िवचार देने ह गे। हम  उ ह  अलग तरह क  िश ा देनी होगी। शायद हम
               अपने ब च  को यह िसखाएँ िक अ छे कम चारी होने क े  साथ-साथ वे अपना खुद का िनवेश
               कॉरपोरेशन भी खोल सक   । दोन  का यह तालमेल बिढ़या रहेगा।


                     एक माँ होने क े  नाते मुझे उ मीद है िक यह पु तक सभी अिभभावक  क े  िलए फ़ायदेमंद
               होगी। रॉबट  लोग  को यह बताना चाहते ह  िक कोई भी  यि  अगर ठान ले, तो अमीर बन
               सकता है। अगर आप एक माली या गेटक पर ह  या पूरी तरह बेरोज़गार ह  तो भी आपम  खुद को
               और अपने प रवार क े  लोग  को धन संबंधी बात  िसखाने क  कािबिलयत है। यह याद रख  िक
               धन संबंधी बुि  वह िदमाग़ी तरीक़ा है िजससे हम अपनी धन संबंधी सम याओं को सुलझाते ह ।

                     आज हम ऐसे िव  यापी तकनीक  प रवत न  का सामना कर रहे ह , िजनका सामना
               हमने आज से पहले कभी नह  िकया। िकसी क े  पास भी जादू क  पुिड़या नह  है, परंतु एक बात

               तो तय है: ऐसे प रवत न हमारे सामने आने वाले ह  जो हमारे यथाथ  से परे ह । कौन जाने भिव य
               हमारे िलए  या लाता है? पर जो भी हो हमारे पास दो मूलभूत िवक प मौजूद ह : या तो हम सुर ा
               क  राह पर चल  या िफर हम  माट  बनकर खुद को धन संबंधी  े   म  िशि त कर  और अपने
               ब च  क  धन संबंधी  ितभा को भी जागृत कर ।


                                                                                                शेरॉन ले टर
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