Page 2 - Final_AAI Newsletter_May Issue_27th May
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2    AAIConnect                                                                          Issue 07 | May 2022





                  अध्यक्ष की कलम से                                    FROM CHAIRMAN’S DESK


                       ज, विमान यातायात दश में परििहन क  े                     oday, Air Transport has become one
                                      े
                       प्रमुख साधनों में से एक बन गया है। सबसे                 of the major modes of transportation
             आ बडे हिाईअड्ा प्रचालक के  रूप में, भाितीय                   Tin the country. As the largest
                                                                          airport operator, Airports Authority of
             विमानपत्तन प्राधधकिण यावरियों की सुविधा सुवनश्चित किने       India is committed to ensure passenger
             औि अतुलनीय विश्व सतिीय हिाईअड्ा सेिाए ं  प्रदान किने         convenience and provide unmatched
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                                        े
             हेतु प्रवतबद्ध है। इसक अवतरिकत, हमाि हिाई अड्ों को           world-class airport services. Further, it
             सभी यावरियों विशेषकि वदवया ं गजनों की आिशयकता क  े           is important to make our airports more
             प्रवत अधधक समािेशी औि स ं िेदनशील बनाना महतिपूण्ण है।        inclusive and sensitive towards the need of
               भाित सिकाि क सुगमय भाित अधभयान (एकसेश्सबल   SHRI SANJEEV KUMAR   all the passengers especially Divyangjans.
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                                                                            Taking forward the vision of सुगम्य भारत
             इ ं विया कपेन) की परिकलपना को आगे बढाते हुए, भाविप्रा ने   Chairman, AAI  अभभ्यान (Accessible India Campaign) of
                   ैं
             अपने हिाई अड्ों को प्रवतवदन अधधक से अधधक अििोध मुकत बनाने क   Government of India, AAI has taken concerted efforts
                                                          े
             श्लए स ं गठित प्रयास वकए हैं। हिाई अड्ों क रूपानतिण हेतु साि्णभौधमक   to make its airports more and more barrier-free every
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             अधभकलपना (विजाइन) क श्सद्धा ं तों को लागू वकया गया है औि हमाि  े  day. Principles of universal design to transform the
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             अधधका ं श हिाई अड्े सामाश्जक नयाय एिं अधधकारिता म ं रिालय क   airports have been implemented and majority of
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             वदशावनदशों क अनुसाि 10 प्रमुख सुगमयता सुविधाओं से सुसज्जित   our airports are equipped with 10 key accessibility
                   दे
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                                                                  features as per the guidelines of Ministry of Social
             हैं। वदवया ं गजनों क श्लए सुविधाजनक यारिा अनुभि सुवनश्चित किने हेतु   Justice and Empowerment. Efforts have been
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             टध ्मनल भिन क अंदि यारिी पैदल पथ/माग्ण, भिन में प्रिेश, सिागत   undertaken to integrate accessibility features in
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             कक्ष (हेलपिसक), गश्लयाि, श्लफट, सीढी (मुखय यारिी आिाजाही क्षेरि,   Passenger Walkways/Route, Entrance to the building,
             शौचालय, पेयजल सुविधाए ं  औि साइनेज में सुगमयता विषेताओं को   Reception (Helpdesk), Corridors, Lifts, Staircase (Main
             एकीक ृ त किने क प्रयास वकए गए हैं। इसक अवतरिकत, 19 भाविप्रा   passenger movement zone), Toilets, Drinking Water
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             हिाई अड्ों ने, जहा ं  एयिोवरिज उपलबध नहीं हैं, अब िहा ं  प्रचालन कि   Facilities & Signage inside the terminal building;
                                                                  ensuring convenient travel experience for people
             िही एयिलाइन को कम टोकन शुलक पि एमबुश्लफट सुविधा प्रािम्भ कि   with disabilities. Further, 19 AAI Airports have now
             दी है। यह सुविधा धचकतसीय आपात ससथवत या गवतशीलता समसया क   started the Ambulift facility at a nominal token charge
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             साथ यारिा कि िहे यावरियों क श्लए बहुत सहायक औि उपयोगी होगी।   to the operating airlines where aerobridges are not
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               सुगमय अिस ं िचना क वनमा्णण क अवतरिकत, भाविप्रा वनयधमत   available. This facility will be of great support and
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             काय्णशालाओं औि सा ं कवतक भाषा पि क्षमता वनमा्णण सरि आयोश्जत कि   assistance to the passengers travelling with medical
             हिाई अड्ों पि काय्णबल को प्रशशश्क्षत कि िहा है तावक विशेष आिशयकता   emergencies or mobility issues.
                                                                    Apart from creating accessible infrastructure, AAI
             िाले यावरियों (श्रिण बाधधत औि मूक वयककतयों को आसानी, गरिमा   is training the workforce at airports by conducting
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             औि स ं िेदनशीलता क साथ सुविधा प्रदान की जा सक। मुझे यह सूधचत   regular workshops and capacity building sessions
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             किते हुए गि्ण हो िहा है वक हम वदवया ं गजनों क अधधकाि पि स ं युकत िाष् ट्र    on sign language so that passenger with special
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                                                       े
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              समझौते 2007 क लक्ों को प्रापत किने हेतु नागि विमानन क श्लए   needs (hearing impaired and mute persons) are
                सुगमयता मानक औि वदशावनदश वनध ्मत किने में सफल िहे हैं, जो   facilitated with ease, dignity and sensitivity. I am
                                    दे
                 वक लाखों उपयोगकता्णओं क श्लए सभी भाितीय हिाई अड्ों को   proud to share that we have been able to prepare
                                   े
                                                                  the Accessibility Standards and Guidelines for Civil
                 औि अधधक सुगमय बनाने में सहायक होंगे।             Aviation for achieving the goals of UN Convention
                   विमान वदक्ालन सेिाओं (एएनएस) क क्षेरि में 28 अप्रैल 2022   on Right of Persons with Disability, 2007; which will
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                                                          े
                को एक प्रमुख उपलबबध अश् ्जत की गई, जब भाविप्रा ने िाजसथान क   help in making all Indian Airports more accessible
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                                                         े
                   वकशनगढ हिाई अड्े पि गगन (जीपीएस एिि जीईओ आ�गमेंटि   for millions of users.
                      नेविगेशन) आधारित एल पी िी बेसि (अप्रोच प्रोसीजि) का   A major milestone in field of Air Navigation
                      उपयोग किते हुए सफलतापूि्णक उडान पिीक्षण वकया। हम   Services (ANS) was achieved on 28th April 2022
                                                                  wherein, AAI successfully conducted flight trial using
                      उन अधधकारियों औि कम्णचारियों की कडी मेहनत क श्लए   GAGAN (GPS Aided GEO Augmented Navigation)
                                                       े
                      धनयिाद दते हैं श्जनहोंने इस उपलबबध को स ं भि बनाया औि   based LPV Approach Procedures at Kishangarh
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                       इस काय्णश्सश्द्ध पि उनहें बधाई दते हैं। भाित यह उपलबबध   Airport in Rajasthan. We acknowledge the hard work
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                                                         े
                         प्रापत किने िाला एशशया प्रशा ं त क्षेरि का प्रथम दश   of the officers & employees who made it happen and
                                बन गया है। भाविप्रा भाित में इस प्रकाि क   congratulate them on this achievement. India has
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                                  तकनीकी सुधािों द्ािा विमान वदक्ालन   become the first country in Asia Pacific Region to
                                                                  achieve such a landmark. AAI is making all efforts
                                   सेिाओं की उपलबधता, वनि ं तिता औि   for ensuring availability, continuity and integrity
                                     अख ं िता सुवनश्चित किने क श्लए   of Air Navigation services by such technological
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                                     सभी प्रयास कि िहा है। ■      enhancements in India. ■
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