Page 11 - Annual report 2021-22
P. 11
Annual Report 2021-22 |
ै
ें
े
सीआरआईएसपीआर-कस (CRISPR-Cas) जीन-लक्ष्यीकरण और एडडठटंग क उपकरणों ि से एक
ै
ें
े
े
ह ब्जसे िोनोजेनेठटक रोगों क मलए थैरपी तैयार करने और आधारभूत ववज्ञान अनुसंधान ि
ें
े
सहायता क मलए ववश्व भर ि प्रबंधधत और प्रयोग ककया जा रहा ह। इस ठदशा ि, कक्रएसएनपीआर
ें
ै
(CriSNPr) (सीआरआईएसपीआर-आधाररत एसपीएन िान्यता) जारी ककया गया ह ै 11
े
ै
सीआरआईएसपीआर-कस प्रणाली क मलए वेब सवषर और डेटाबेस ह। सीएएस9 (Cas9) की
ै
ै
इंजीतनयररंग फ्ांमससैला नोववमसडा से प्राप्त की गई ह तथा सीआरआईएसपीआर-कस -
ै
े
े
बायोडडग्रेडेबल पॉमलिर और आयतनक मलब्क्वड्स क ववतरण क मलए ववमभन्न गैर-वायरल वैक्टर
क ववकास का कायष संस्थान ि िल रहा ह। इन उपकरणों क ववकास क साथ, मसकल सेल रोग
े
े
ै
े
ें
े
े
क इलाज क मलए सीआरआईएसपीआर-कस-आधाररत नैदातनक परीक्षणों क मलए पूवनैदातनक
ै
े
ष
परीक्षण ककए जा रह हैं।
े
ै
आधारभूत ववज्ञान ही ऱूपांतरणकारी अनुसंधान की आधारमशला रखता ह और वपछले वर्ष क
े
ें
क ु छ तनष्ट्कर् न्यूरोडेवलपिट, टाइप II िधुिेह, त्विा जैववकी तथा प्रोटीन और आरएनए की
ष
ष
संरिनात्िक जैववकी से जुडे हैं। क ु छ ठदलिस्प तनष्ट्कर् जो पशु िॉडलों और कोमशकीय िॉडलों
े
े
क संयोजन क उपयोग से और कोमशकीय जैववकी, आणववक जैववकी और जैवभौततकी क
े
उपकरणों और तकनीकों से प्रकाश ि आए क ु छ रुधिकर तनष्ट्कर्ों का आगे वणषन ककया गया
ें
ै
ह।
े
ें
टाइप-II िधुिेह ि न्यूरोनल डीजेनेरशन अल्जाइिर रोग ि इसे सिझने ि सहायता कर सकता
ें
ें
ह। डडसरगुलेटड काइनेज़, सीडीक5 (Cdk5) जो आईआरई1-जेएनक (IRE1-JNK) संकतन क
े
े
ै
े
े
े
े
िाध्यि से अनफोल्डेड प्रोटीन प्रततकक्रया को सकक्रय करता है, कॉिन पाथवे प्रतीत होता ह।
ै
ें
ै
ें
रुत्रबनस्टीन-तैबी मसंड्रोि एक न्यूरोडेवलपिटल रोग ह जो अलग-अलग व्यब्क्तयों ि मभन्न-
े
े
ै
मभन्न संलक्षणों क साथ ठदखाई दता ह। अब ऐसा प्रतीत होता ह कक न्यूरल क्रस्ट कोमशकाओं
े
ै
ें
ि दोर् रुत्रबनस्टीन-तैबी मसंड्रोि िािलों की श्ेणी ि इस प्रभाव की व्याख्या कर सकते हैं जो
ें
े
े
क ेएटी3 (KAT3) म्यूटशन द्वारा उत्पन्न होते हैं। त्विा वणष क मलए उत्तरदायी कोमशकाएं,
े
ें
िेलेनोसाइट्स को अब घाव भरने क नवीन कायष ि सहायता करते हए दशाषया गया ह।
ै
ु
ें
िहािारी क दौरान, कोववड-19 संस्थान क ववशेर् बल प्रदान ककए गए क्षेत्रों ि से एक बना रहा।
े
े
ें
े
े
सासष-कोव2 वेररएंट क उद्भव पर नज़र रखने क मलए संस्थान ि तनयमित ऱूप से की जाने
े
वाली जीनोमिक तनगरानी क अलावा, इस प्रयोजनाथष ठदल्ली हवाई अड्डे पर एक िाइक्रो लैब
स्थावपत की गई। कोववड-19 क मलए क-िेर (k-mer) आधाररत तनगरानी पद्धतत भी ववकमसत
े
े
की गई ह। इसक अततररक्त, सेरोसवे क िाध्यि से कोववड-19 टीकों की प्रभावकाररता, ब्जसका
े
े
ै