Page 127 - Sanidhya 2025
P. 127

ं
                                                                                  ु
                                                                     े
                                                       े
                         मेंकिहलाा किमेंलानों सीमेंारोह मेंकिहलााओंं क किलाए आपीसीी मेंलाजीोला, हसीी-खशी और रचानोंात्मक गकितकिवाकि�याों का
     मदिहीला             एक जीीवांत उत्सावा ह। इसीमेंं वाे अपीनोंी व्या� किदनोंचायाा सीे सीमेंया किनोंकालाकर सीहकिलायाों क सीाथा किमेंलाती ह,
                                                                                                               ं
                                                                     ि
                                          ै
                                                                                           े
                                                                                                 े
                                                                     े
                                                                                           े
                                                                                                    ं
                                                                         ं
                                            ृ
                               ं
     दिमल�               गीत-सीगीत और सीांस्कृकितक कायािक्रमेंों का आनोंंद लाती ह। ऐसीा आयाोजीनों नों कवाला मेंनोंोरजीनों का सीा�नों
                                ै
                                                                                    ं
                                                                                   ं
                                             ू
     सीमारंही            बनोंता ह, बस्तिल्क तनोंावा दर करनोंे, आत्मकिवाश्वासी बढ़ाानोंे और आपीसीी सीब�ों को मेंजीबूत करनोंे मेंं भाी
                                                      ु
                         सीहायाक किसीद्ध होता ह। इसीी खुशनोंमेंा मेंाहौला को बनोंाए रखनोंे क उद्देश्य सीे किवाकिभान्न क्षत्राीया कावाा कद्रीों
                                                                                                            ं
                                                                                                 े
                                                                               े
                                           ै
                                                                                   े
                                                               ने
                         द्वाारा ऐसीे सीमेंारोह आयाोकिजीत किकए गए, किजीन्हेोंनोंे सीभाी क चाेहरों पीर मेंस्कृानों और उत्सााह भार किदयाा।
                                                                       े
                                                                                  ु
   122   123   124   125   126   127   128   129   130   131   132