Page 131 - Sanidhya 2025
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मेंहाकभाो मेंं सीबसीे किदव्या वा किवाशाला तथाा अपीनोंे आपी मेंं एक अनोंठा सीराहनोंा कन्द् वा राज्य सीरकार नोंे भाी किकयाा ।
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आयाोजीनों रहा किजीसीमेंं अपीार जीनोंसीमेंूह सीहभाागी रहा । मेंहाकभा क
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आकषिण एवां मेंहानोंता नोंे दश की सीीमेंाओं को तोड्ते हुए किवाश्व क तमेंामें महीाकभा क सीम्माा� म हृदोंय क उदोंगार कछू इसी तरही ही ं
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दशां क नोंागरिरको को भाारत आनोंे एवां इसी मेंहानों आयाोजीनों का किहस्सोा
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बनोंनोंे को किवावाश किकयाा। मेंहाकभा की �ाकिमेंिक मेंान्यताओंं मेंे अटीटी दाखेा � इस जहींॉ� मां इससे बोंड ी ा जुटाा� ।
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किवाश्वासी नोंे जीाकित �मेंि सीाप्रदाकियाक सीकीणिताओंं क बन्धीनों को तोड्ा तथाा इका छोोटा भखेण्ड पुरं इत�ा बोंड ी ा स्�ा� ।।
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सीबको एक स्थाानों पीर एककित्रात होनोंे का अवासीर प्रदानों किकयाा इसी
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आयाोजीनों सीे एक दसीर की सीांस्कृकितक किवाकिवा�ताओं को सीमेंझीनोंे का लिभन्न लिभन्न भार्षा भार्षी लिभन्न लिभन्न स्�ा� ।
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मेंौका किमेंलाा । प्रमा सनिहींत निमा�ज� कारं सबों अमाृत स्�ा� ।।
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मेंहाकभा मेंं पीहुचाे अब तक का रिरकाड् तोड़ जीनोंसीमेंूह किहन्दुद �मेंि की निदा� औरं रंात बोंरंस रंहींा जहींां अ�वारंत ज्ञाा� ।
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प्रबला �ाकिमेंिक भाावानोंा एवां अपीनोंे �मेंि, सीस्कृकित एवां पीौराकिणक मेंान्यताओं गगा जमा�ा सरंस्वाती काा संगमा हीं वाो �ामा ।।
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मेंं अगा� श्रीद्धा को प्रदकिशित करता ह । इसी लि�ए तो निवाश्व मां भारंत दाश माहींा� ।
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भाारत सीरकार,उत्तर/ प्रदश सीरकार क किलाए मेंहाकभा मेंलाे क आयाोजीनों
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मेंं आनोंे वाालाी चानोंौकितयाा:- मेंहाकभा क बृहद आयाोजीनों का लााभा :- इसी तरह क बृहद आयाोजीनों मेंे
दश की सीभाी तरह की सीुरक्षा एजीनेकिसीयाों को तनोंात किकयाा गयाा थाा किजीसीसीे
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मेंहाकभा क आयाोजीनों मेंं सीरकार क किलाए सीबसीे बड्ी चानोंौती दश क सीुरक्षा एजीनेकिसीयाां को आपीसीी सीमेंन्वया / सीहयाोग का अवासीर किमेंलाा एवां
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तमेंामें किहस्सोा सीे आनोंे वाालाे अपीार जीनों सीमेंूह का सीुरकिक्षत आवाागमेंनों एक दसीर की कायाि प्रणालाी को जीानोंनोंे वा सीमेंझीनोंे का मेंौका किमेंलाा
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सीकिनोंकि�त करनोंा एवां एक छोटी सीे स्थाानों पीर एककित्रात लााखा श्रीद्धालाओं को किजीसीसीे किकसीी भाी आकस्तिस्माक पीरिरस्तिस्थाकित सीे किनोंपीटीनोंे हतु बेहतर तालामेंला
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व्यास्तिस्थात स्नाानों कराकर सीुरकिक्षत वाापीसीी सीकिनोंकि�त करनोंा रहा सीाथा ही एवां सीामेंजीस्यो रहा।
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सीाथा मेंेलाा स्थाानों पीर किकसीी असीामेंाकिजीक उपीद्रीवाी तत्वां को किकसीी भाी
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अकिप्रया घटीनोंा को अजीामें दनोंे सीे रोकनोंा एक मेंहत्वपीणि चानोंौती रही किजीसीे भाारत वाषि एक बहुत किवाशाला एवां किवाकिवा�ता मेंं एकता वाालाा दश ह । ऐसीे
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सीरकार नोंे अभाूतपीवाि इन्तजीामें कर बाखबी अजीामें किदयाा । याह मेंहाकभा अवासीर बहुत कमें हो आते ह जीहा� एक किनोंयात स्थाानों पीर बहु भााषा भााषी
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144 वाषो क अन्तराला क बाद का दलािभा सीयाोग थाा इसी कारण अपीार एवां सीांस्कृकितक किबचाार�ाराओंं का सींगमें हो ऐसीे मेंे मेंहाकभा किभान्न किभान्न
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जीनोंसीमेंूह क आनोंे का आभाासी पीहलाे सीे सीरकार को थाा । इसी किलाए मेंत वा पीथाों क लाोगों को नोंजीदीक सीे दखनोंे एवां एक दसीर की अच्छााई
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भाारत सीरकार नोंे चाप्पेे चाप्पेे पीर कई �र की सीुरक्षा व्यावास्थाा का बराई को पीरखनोंे तथाा आत्मावालाोकनों कर अच्छााईओंं को आत्मसीात
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बन्दोब� किकयाा थाा किजीसीक किलाए मेंलाे मेंे तमेंामें तरह की सीुरक्षा करनोंे का अवासीर प्रदानों करता ह ।
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एजीस्ति�ओंं को तनोंात किकयाा गयाा थाा सीभाी सीुरक्षा एजीस्ति�याां किकसीी नों
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किकसीी तरह मेंहाकभा क सीफला सीुरकिक्षत सींचाालानों मेंं कमेंिठता क सीाथा रोजीगार का अवासीर :- जीाकिहर सीी बात ह किक जीहां इतनोंा बड़ा जीनोंसीमेंूह
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लागी रहीं । एककित्रात्रा होगा वाहां उनोंकी आवाश्यकताओंं को पीरा करनोंे हतु हर तरह
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द्रुत काय बल की भादिमका :- की व्याावासीाकियाक गकितकिवाकि�ओंं का अवासीर उत्पन्न होगा । इसी मेंहाकभा
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क दौरानों भाी बड़ व्याावासीाकियाओंं सीे लाेकर छोटी छोटी कारोबारिरओंं को भाी
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�नोंोपीाजीिनों का भारपीूर अवासीर किमेंलाा किजीसीका बहुत बड़ा उदाहरण एक
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द्रीत कायाि बला को भाी मेंहाकभा मेंं सीुरक्षा बन्दोब� हतु तनोंात किकयाा गयाा अकिवावााकिहत लाड़का जीो दरदशिनों पीर भाी बहुत वाायारला हुआ जीो कवाला
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थाा किजीसीक दौरानों मेंहत्वपीणि कायाि शहर मेंं आनोंे जीानोंे वाालाे प्रमेंुख मेंागो दातनों बचा कर एक किदनों मेंं रूपीयाे - 40000 /- कमेंायाा थाा उक्त लाड़क
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का याातायाात किनोंयान्त्ण तथाा ड्ायावाजीिनों क स्थाानों वाालाे चाौक चाौराहो पीर को सीोनोंी टीीवाी नोंे अपीनोंे चानोंला पीर बुलााकर उसीक हुनोंर की तारिरफ की
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श्रीद्धालाुओंं को सीुरकिक्षत किदशा दनोंा एवां उनोंकी सीुरक्षा सीकिनोंकि�त करनोंे किक एवां सीम्मूाकिनोंत किकयाा । अत ऐसीे अवासीर आमें नोंागरिरकों मेंं व्याावासीाकियाक
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किजीम्मूदारी का किनोंवाहनों द्रीत कायाि बला नोंे सीफलाता पीवािक किकयाा जीवाानोंों नोंे हुनोंर किवाककिसीत करते ह ।
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किदनों रात किजीम्मूदारी क किनोंवािहनों मेंं अपीनोंी क्षमेंता का भारपीूर इ�मेंाला
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किकयाा । �ाकिमेंिक एवां सीामेंदाकियाक भावानोंा को मेंजीबती प्रदानों करनोंा:-
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कई बार द्रीत कायाि बला को रलावाे �शनों बसी �न्ड इत्यााकिद की सीुरक्षा
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व्यावास्थाा हतु भाी तनोंात किकयाा गयाा किजीसीक दौरानों बेहतर प्रबन्धीनों कर एक कहावात ह की दखा-दखी �मेंि दखा-दखी पीापी, अत ऐसीे
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अनोंावाश्यक भाीड़ को उक्त स्थाानों पीर जीानोंे सीे रोककर जीनोंसीमेंूह को आयाोजीनोंों सीे जीनोंमेंानोंसी मेंं �ाकिमेंिक भाावानोंा प्रबला हाती ह तथाा
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हादसीों सीे बचाायाा गयाा । सीामेंदाकियाक सीौहाद मेंं भाी बस्तिद्ध होती ह ।
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द्रीत कायाि बला नोंे स्नाानों हतु आनोंे वाालाे श्रीद्धालाुओंं किवाशेषकर स्त्ी बृद्ध वा एजीस्ति�ओंं सीुरक्षा एवां अन्य सीरकारी सींस्थााओंं क उत्सााह / मेंनोंोबला मेंं
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बच्चोों तथाा किदव्याांग जीनोंों का भारपीूर सीहयाोग किकयाा द्रीत कायाि बला क इसी बस्तिद्ध:- ऐसीे बृहद आयाोजीनोंों क किनोंकिवािघ्न सीुरकिक्षत सीम्पन्न होनोंे पीर सीुरक्षा
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कायाि को मेंेलाा क्षत्रा मेंे आनोंे वाालाे श्रीद्धालाुओंं नोंे खूब सीराहा तथाा इनों बला वा अन्य सीरकारी सींस्थाानों जीो इसीक व्यावास्तिस्थात सींचाालानों मेंं लागे थाे
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अवासीरो पीर किप्रन्ट एवां इलाक्टाकिनोंक किमेंकिड्याा द्वाारा प्रसीारिरत की गई उन्हे अपीनोंी कायाि प्रणालाी पीर भारोसीा उत्पन्न होता ह एवां मेंनोंोबला मेंं
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तस्वीरों नोंे जीनोंमेंानोंसी क मेंनों को छआ । द्रीत कायाि बला की भाकिमेंका की उत्तरोत्तर बस्तिद्ध होती ह ।
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