Page 204 - Sanidhya 2025
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तीजी का व्रत कवाला उपीवाासी और
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तपीस्योा का प्रतीक नोंहीं ह, बस्तिल्क याह
किवावााकिहत मेंकिहलााओंं का सीबसीे किप्रया पीवाि
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मेंानोंा जीाता ह सीाथा ही उपीवाासी और
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श्रीृंगार का अदभाुत सींगमें ह याह व्रत ।याह
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खकिशयाों का त्याोहार नों कवाला बला क
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मेंुख्याालायाों तक ही सीीकिमेंत नोंहीं रहा,
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बस्तिल्क इसीे प्रत्याेक क्षत्राीया कावाा कद्रीों पीर
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भाी उल्लीासी और उत्सााह क सीाथा मेंनोंायाा
गयाा।

