Page 15 - Sanidhya_2024
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अध्यक्षाा महाोदेया की कलम संे...                 श्रीीमतीी रि�मसिं�म सिंसोह ं
                                                                                                          ं
                                                                                   अध्यक्षाा, सी.आरा.पी.एफे परिरावाारा काल्यााण सस्थाा
             “सीी.आर.पीी. एफ पीरिरवाार सींस्थाा ’’ (�ावाा) �ी वााकि�ि� पीकि��ा “सीाकिन्नध्य ’’ �.........सींस्करण � प्र�ाशी� � अवासीर पीर मुुझेे अपीार है�ि
                                                                              े
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             �ी अ�भीकित हैं रहैी है।  �न्द्ीया रिरजावा पीकिलसी बल �ं � �वाल भीारत मुं अकिपीतु पीर किवाश्व पी�ल मुं सीबसीे पीरा�े और किवाशीालतमु अर्धिसीकि��
                                       ि
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             बल हैं�े �ा गौरवा प्राप्त है। इसी बल � वाीर एवां जााँबाजा जावाा� �शी � अकित सीवा��शीील और उग्रवाा� प्रभीाकिवात क्ष� मुं 24X7 घंं� सीकिक्रया
                                                                                                          ै
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             ड्यूू�ी पीर त�ात रहैते है। याहैी �ारण है कि� वातिमुा� मुं �शी � �ागरिर� �न्द्ीया रिरजावाि पीकिलसी बल पीर पीरा भीरंसीा एवां किवाश्वासी �रते है।
                                                                  ू
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             जावाा�ंं �ं अपी�े पीरिरवाारजा�ंं �ी किचता � हैं इसीकिलए हैमुारी ‘�ावाा’ सींस्थाा पीर वा�ि भीर किवाकिभीन्न गकितकिवाकिर्धयांं � मुाध्यमु सीे उ�� पीरिरजा�ंं
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             सीे कि�याकिमुत सीपी� �र उ��ी हैर सीम्भवा मु�� �र�े � किलए तत्पर रहैती है। ै
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             मुं, �ावाा पीरिरवाार �ी ओंर सीे, �शी �ी ए�ता एवां अखुंडता �ं अक्षुण्ण ब�ाए रखु�े  � �ौरा� शीहैी� जावाा�ंं �ं �द्धा सीमु� अकिपीित
                                                                                   े
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             �रती हूँ किजान्होंंने�े �तिव्य �ी वा�ी पीर अपी�ा सीवािस्वा न्यंछुावार कि�याा है। �न्द्ीया रिरजावाि पीकिलसी बल � सीमुुकिचत सीसीार्ध�ंं � जारिरए आजा
             � ब�लते पीरिरदृश्य मुं हैमुार सीी.आर.पीी.एफ पीरिरवाारंं  �ी जारूरतंं �ं गंभीीरता सीे सीमुझेते हुए इसी सींस्थाा �ं सीचारु रूपी सीे चला�े मुं
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             सीहैयांग ��े � किलए, मुं बल �ी सीभीी मुकिहैला सी�स्योंं �ं ह्र�या सीे शीभी�ामु�ाए �ती हूँ। मुुझेे आशीा हैी �हैीं पीणि किवाश्वासी है कि� ‘�ावाा’
                                                                          ं
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             भीकिवाष्य मुं पीरिरवाार �ल्यााण एवां �ारी सीशीक्ति��रण � क्ष� मुं अ��रणीया उ�ाहैरण प्रस्तंुत �रगी।
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             �ावाा �ा उद्देश्य �न्द्ीया रिरजावाि पीकिलसी बल पीरिरवाार �ी मुकिहैलाओंं �ं सीशी� वा आकिर्थ� तौर पीर आत्मकि�भीिर एवां स्वाावालबी ब�ा�ा है  ै
                                                                           े
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             किजासीसीे वाे स्वााकिभीमुा� � सीार्थ अपी�ा जाीवा� व्यतीत �र सी�। वातिमुा� सीमुया मुं हैमुारा �शी किडकिजा�ल एवां त��ी�ी क्ष� मुं �ाफी आगे
                    ै
                                                      ं
             बढ़ा रहैा है और इसीी �ं ध्या� मुं रखुते हुए हैमुारी मुकिहैलाए भीी �प्यूू�र एवां किवाकिभीन्न त��ी�ी मुाध्यमुंं सीे अपी�ा ज्ञाा� बढ़ाा रहैी है। ं
                                                          ं
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             �ावाा सींस्थाा द्वाारा किवाकिभीन्न गकितकिवाकिर्धयाां एवां �ल्यााण�ारी यांजा�ाए चलाई जाा रहैी है। अंतराि� र ीया मुकिहैला कि�वासी  � अवासीर पीर कि�ल्लीी तर्था
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                                                      े
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             ए�.सीी.आर. � सीमुीपी कि�वाासीरत बल � शीहैी� �ामुि�ंं � उत्तराकिर्ध�ारिरयांं एवां उ�� पीरिरवाारजा�ंं �ं आमुकि�त �र उ��ं सीम्मााकि�त
                                                                                         ं
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             कि�याा गयाा। किसीलाई � मुाध्यमु सीे मुकिहैलाओंं �ं स्वारंजागार प्र�ा� �र�े � उद्देश्य सीे 122 ब�ाकिलया� �ई कि�ल्लीी मुं  SIDBI तर्था USHA
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                                                                    े
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             द्वाारा  प्रायांकिजात “�ौशील उत्थाा� �न्द्” �ा उ�घंा�� कि�याा गयाा।  मुकिहैलाओंं � किलए सीरवााई�ल �सीर � बचावा � किलए कि�ः शीुल्क
                                                                                                े
             �ी�ा�रण अकिभीयाा� चलायाा गयाा। �ावाा �ी Wellness Education Eco-System यांजा�ा � अंतगित  �ावाा सी�स्योंं एवां बच्चोंं �ं
                                                                                े
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             ऐकितहैाकिसी� एवां शीैक्षकिण� सींस्थाा�ंं �ा भ्रमुण �रायाा गयाा। �पी पीरिरसीर मुं जावाा�ंं � पीरिरवाारजा�ंं � आवाागमु� � उद्देश्य सीे  ई-रिरक्शाा
                                                                       े
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             �ी सीकिवार्धा उपीलब्ध �रवााई गई  है।  अब त� 42 क्ष�ीया �ावाा �न्द्ंं �ं ई-रिरक्शाा खुरी��े हैतु राकिशी जाारी �ी जाा च�ी है।  बहैतरी�
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