Page 40 - Sanidhya_2024
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एके संस्माराण: उप-केमाान्र्डट (केल्यााण-शाखाा) केी केलामा से ....
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        आपना �मना ना जीाना हिकातनाी का�ाहिनाया पढ़ी �ोंगी, सनाी �ोंगी।   एका �ो जीाए औरा हिफेरा काभी ना
                                         ं
        हिकासी काी देास्ता-ए-हिजीन्दगी  काभी �म रुलाती �, काभी काछू   जीदेा �ोना वााला ए�सास हिदेलों
                      �
                                                                        े
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        खशुनामा ए�सास दे जीाती � | एका ऐसी �ी अनाोखी देास्ता � या   म छूोड़ जीाए|
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        य का� हिजीन्दगी का �दे पन्नो � जीो यकाीनाना �मारा हिदेल काो इस
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                                                                            े
        तरा� छू जीाएग जीस काोई पराछूाई �माराी पराछूाई का साथ हिमलकारा      हिपछूल  60  साल  स  े
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                      ै
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                                                                               े
                                                                हिवामला देवाी अपना जीीवाना काो
                                                                            व
                                                                              े
                                                                हिबनाा शुोका-�र्ष का समभावा स  े
                                                                जीी रा�ी थी परान्तु आजी C.R.P.F.   �ाम सो�ीवन सिंसोह,
                                                                             ु
                                                                                                            ं
                                                                                                उप-कामाडोटे काल्यााण-शुाखा
                                                                                                      ं
                                                                                                     ं
                                                                                  ु
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                                                                काी  एका  हिवाशुर्ष  महि�म  ना  े  स� सयक्त सहि�वा काावाा
                                                                                                    ं
                                                                                                     ु
                                                                        े
                                                                हिवामला  देवाी  काो  वाो  प्रसन्नोता
                                                                प्रदेाना काी हिजीसकाी काल्पनाा उन्हेोंकिना काभी ना�ीं काी थी | जीब
                                                                                            े
                                                                                                        ू
                                                                               े
                                                                हिवामला देवाी जीी स उनाकाी प्रसन्नोता काा कााराण पछूा गया तो
                                                                        े
                                                                                              े
                                                                उनाकाा  जीबावा  था  “आजी  C.R.P.F.  ना  उनाकाो  अपना  पहित  का
                                                                                                                े
                                                                                                          े
                                                                   व
                                                                देशुना काराा हिदेए|”
                                                                                         ै
                                                                                े
                                                                                                        ं
                                                                                           े
                                                                                              ू
                                                                               य का�ानाी �, देवाभहिम उत्तरााखडो का पौढ़ी
                                                                                                           े
                                                                                             े
                                                                                                   ं
                                                                           े
                                                                                           े
                                                                                               �
                                                                गढ़वााल हिजील काी, जी�ा एका छूोटे स गावा म रा�ती �  हिवामला
                                                                                   �
                                                                                                          ं
                                                                देवाी जीी | आजी हिवामला देवाी इतनाी प्रसन्नो � जीस नायी नावाली
                                                                                     े
                                                                 े
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                                                                                   े
                                                                                                 ं
                                                                देल्हना प�ली बारा अपना हिप्रय ससरााल म आकारा, लाड़ काराना  े
                                                                                           ु
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                                                                                        े
                                                                वााल सास-ससरा औरा अनात प्रम काराना वााल हिप्रयतम का हिमलना
                                                                                                           े
                                                                                     ं
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                                                                                              े
                                                                                              े
                                                                                       े
                                                                परा प्रसन्नो �ोती � | हिवामला देवाी का ��रा काी खशुी औरा शुम  व
                                                                              ै
                                                                                                े
                                                                                                      ु
                                                                                           े
                                                                                                            �
                                                                                                       ू
                                                                हिमहिश्रीत प्रसन्नोता देखना लायका थी, आजी उना बढ़ी आखों म  ं
                                                                               े
                                                                                  े
                                                                                          व
                                                                नायी नावाली देल्हना काी तरा� शुम औरा �मका थी |
                                                                       े
                                                                           ु
                                                                                                    े
                                                                               हि�मालय  काी  गोदे  म  बठा  एका  गावा  काी
                                                                                                            �
                                                                                                ं
                                                                                                   ै
                                                                                             े
                                                                                                    ु
                                                                    ू
                                                                मासम  अल्हड़,  शुमीली,  उमगो  स  भराी,  सन्दरा  सपनाो  काो
                                                                                        ं
                                                                सजीाए, ब�पना काो अलहिवादेा का�ती हुई एका प�ाड़ना लड़काी
                                                                                               े
                                                                              ु
                                                                                                       ं
                                                                       े
                                                                                                    े
                                                                जीीवाना का इन्द्�नार्षी राग हिलए, भहिवाष्य का सपना सजीोए स�ागना
                                                                                                            ु
                                                                                 ं
                                                                                                  ं
                                                                                  ं
                                                                                                           व
                                                                बनाी | पहित C.R.P.F. म थ | उसी C.R.P.F. म हिजीसना वार्ष 1962
                                                                                                        े
                                                                                    े
                                                                                                     े
                                                                                                  े
                                                                             ु
                                                                                              े
                                                                                 ं
                                                                                          े
                                                                का भारात-�ीना यद्ध म भारातीय सनाा का का� स का�ा हिमलाकारा
                                                                 े
                                                                                                      ं
                                                                                                ं
                                                                 ु
                                                                                                        व
                                                                देश्मनाों काा मकााबला हिकाया था औरा अपना शुौय काा लो�ा
                                                                                                    े
                                                                            ु
                                                                मनावााया था |
                                                                                                        ू
                                                                                             ं
                                                                                                           ं
                                                                                       ं
                                                                               उस देौरा म देशु म यातायात वा देरास�ारा का
                                                                                                                े
                                                                                         े
                                                                सा�ना लगभग ना का बरााबरा थ | फेौजी म छूहिट्टया लोग साल म  ं
                                                                                                ं
                                                                                                      �
                                                                               े
                                                                                                  ु
                                                                                        े
                                                                                          ु
                                                                                                                े
                                                                                                            े
                                                                                                ं
                                                                                 े
                                                                                   े
                                                                एका-देो बारा �ी आत थ | उना छूहिट्टयों म जीब हिवामला देवाी का
                                                                                                            व
                                                                                ं
                                                                पहित वाीरा हि�लोका हिस� घरा आए भी, तो पारिरावाारिराका मयादेाओंं
                                                                                                     े
                                                                              े
                                                                                    े
                                                                औरा बड़-बढ़ों का सामना नावा हिवावााहि�ता जीोड़ बात ना�ी कारा
                                                                       े
                                                                          ू
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