Page 86 - Sanidhya_2024
P. 86
एक संनि�क की अ�कहाी देास्�ा�
ै
ू
व
ं
ै
े
म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था|
ै
मा काा देलाराा था बाप काो बहुत प्यूाराा था,
ु
�
अपनाी बीवाी काी जीाना था औरा बच्चोों काी शुाना था,
भाई काा अहिभमाना था औरा ब�नाों काा सम्मााना था,
ं
याराों काा यारा था औरा गावावाालों काा गमाना था|
ु
े
ु
े
े
े
ं
मराा देशु मराा घरा �ो सबस अच्छीा सब ख़ुशुी स रा� बस,
े
सिंव�या आ�तीी शामा,
श
े
े
य�ी मरा हिदेल काा एका अरामाना था | पत्नीी हिनाराीक्षाका/ जीीडोी जीहितदेरा कामारा
ं
ु
ू
ं
ै
े
ं
ू
व
ै
म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था, सम� काद्री जीम्मा ू
े
ं
े
े
ं
�ल पड़ी मराी बस , उस काड़काती ठाडो स उस कााहिफेल का सग,
े
जीो �म महिजील तका पहु�ाना काो तयारा थी,
े
ं
ै
े
�
े
ै
े
ं
म अकाल ना था उस कााहिफेल म मरा साथ बदेा एका �जीारा था,
े
े
ं
े
ु
लग रा�ी थी सदेी मौसम बड़ा देश्वाारा था,
े
े
े
ं
ं
बढ़ रा� थ �म अपनाी महिजील काी औरा राास्त म प�ाड़ी का उपरा माता राानाी काा देराबारा था,
े
े
राोशुनाी ना थी लहिकाना �ो रा�ा माता राानाी काा देीदेारा था,
े
े
सब� हुई तो देखा, �माराा कााहिफेला प�ाड़ो का मजी�ारा था,
ु
ं
आ रा�ी थी ठाडोी- ठाडोी �वााए, देराया- ए – हि�नााब काा भी उस हिदेना अपनाा उफेाना था,
ं
ै
व
ै
म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था,
ं
े
ू
े
े
े
े
ु
े
बढ़ रा� थ �म �ीरा -�ीरा अपना मकााम काी ओंंरा
राास्ता भी खरााब था, �ो रा�ी थी �ीमी- �ीमी बरासात, प�ाहिड़यों का डो� जीाना काा भी आसारा था,
े
े
े
�
ं
ु
े
ै
�ल पड़ी बात याराों का सग, �रा काोई अपनाी देास्ता सनााना काो तयारा था,
े
े
�
े
काोई शुादेी काराका आया था, काोई मा काा इलाजी,
े
हिकासी का बच्चो का इन्धि��ाना, काोई परिरावाारा स हिमलना तो हिकासी काा बाप बीमारा था,
े
े
े
े
�
ू
ं
काोई का� आया था, अगली बारा आउगा तो घरा पराा बनावाा जीाऊगा ,
े
ं
े
ू
े
े
तो का� आया था, अपना पा� साल का बच्चो स ड्यूटेी जीा रा�ा हूँ, �
कि
े
े
े
ु
े
क्योोंहिका उसका साथी का घरा बटेी का शुभ हिवावाा� काा त्यौ�ारा था ,
ै
ू
व
े
ं
ै
म बस परा सवाारा था अपनाी कामभहिम पहु�ना काो तयारा था,
े
े
े
ू
ं
ु
अब घरा काी यादे छूटेना लगी थी सामना कादेरात काा नाजीाराा भी बहिमसाल था,
ं
छूोटे-छूोटे शु�राों औरा का�ों काो पारा कारा, �माराा काारावाा बी� बहिना�ाल था,
े
े
ं
पहु� जीब �म जीवाा�रा सराग, हिजीसकाो बनावााना वााला भी भारात काा एका लाल था,
ु
े
े
ं
बफे स ढोकाी थी प�ाहिड़या , वाो दृश्य भी कामाल था ,
व
�
े
ं
ु
सराग काी देसराी ओंरा वाादेी-ए- काश्मीरा काा देीदेारा था,
ू
ै
स� मानाो य� जीन्नोत �ी � देहिनाया काी, �म सबकाा य�ी हिवा�ारा था,
ु
े
ं
ुं
पहु� �म कााजीी काडो, सी0 आरा0पी0एफे0, टेी0 सी0
े
ू
खानाा वा�ा प�ल स तयारा था , भख लगी थी जीोराों स े
ै
ं
े
ै
े
े
म पटे-भरा खाना काो बकाराारा था,
े
े
�ल पड़ �म एका लम्हे इन्तुजीारा का बादे,
े
े
ं
े
ु
सड़का हिकानाारा �माराी सराक्षाा म खड़ा �रा जीवााना �माराा यारा था,