Page 63 - Darshika 2020
P. 63

तबाही मचाता कोरोना


               पी. नागवेणी, एम. टी. एस.






                                            ै
                                                                                               ें
                                                                            ै
               कोरोना एक वायरस जतनत रोग ह श्जसने महामार  का ऱूप ले भलया ह और समस्त संसार म तबाह  मचा
                                                                                 े
                                                                             े
                                                                                      े
                    ै
               रहा ह। इस रोग की र्ुरुआत जुकाम एवं खांसी माि से होती ह जो िीर-िीर आग चल कर एक ववकराल
                                                                      ै
                            ै
                                        े
                     े
                        े
                                                                               ै
               ऱूप ल लती ह और रोगी क श्वसन तंि को बुर  तरह प्रभाववत करती ह। इतनी बुर  तरह की कई बार
                                     ै
               रोगी की मृत्यु हो जाती ह।

                                                                    ें
                                                                                            े
                                                         ें
               कोरोना वायरस की उत्पवत्त सबसे पहले 1930  म एक मुगी म हई थी और इसने मुगी क श्वसन तंि को
                                                                       ु
                                       े
                                                                                  े
                                                      ें
                                                                                               ें
                                                                      े
                                                                ें
               प्रभाववत ककया था और आग चलकर 1940  म जानवरों म भी दखा गया। इसक बाद 1960  म एक व्यश्टत
                                                                    े
                                                                                                          ें
               म कोरोना पाया गया श्जसे सदी की भर्कायत थी। इन सब क बाद 2019  म इसका ववकराल ऱूप चीन म
                 ें
                                                                                 ें
                                   े
                                                                 ै
                                      े
                                                 ें
                                                    ै
                                          े
               दखा गया जो अब िीर-िीर पूर ववश्व म फलता जा रहा ह।
                 े
                                                    ै
                                                                                   ै
                                                                       ं
                                     ें
               कोरोना से बचाव करने म ह  समझदार  ह,  टयों की यह एक सक्रामक रोग ह जो बहत ह  तेजी स एक
                                                                                                      े
                                                                                          ु
                      ें
                         ै
                                                                                 ै
                               ै
                                                                                                      ै
               दूसर म फलता ह। डब्लू एच ओ ने क ु छ साविातनयों की सूची तनकाल  ह और यह भी बताया ह की
                   े
                                                                 ें
                                                        ें
                                                   े
                                                                          ैं
                                े
                                         ं
                                             ैं
                        े
                                  े
               कोरोना स बचाव क य मूल मि ह। आइय इन्ह ववस्तार म जानते ह।

                           े
                                                                              ं
                                                              े
                  ै
               सदव बाहर स आने क बाद अपने हाथों को साबुन स कर ब 20-30  सेकड तक अवश्य िोएं। अपने हाथों
                                  े
               को अपने मुख स दूर ह  रख, श्जससे की संक्रमण होने पर भी आपक अंदर न जा पाए।
                                                                         े
                              े
                                        ें
                                                       ें
                                            ै
                                                   े
               लोगों से 5  से 6  फीट की दूर  सदव बनाय रख। जऱूर  न हो तो बाहर न जाय। सावषजतनक स्थानों पर जाने
                                                                                 े
                         ै
               से बच। सदव मास्क और ग्लव्स पहने।
                     ें
                                                                                              ें
                                                                                     ें
                 ं
                                  ें
                                                 े
                                                             ें
               सक्रमण की श्स्थतत म खुद को दूसरों स अलग कर ल और नजद की अस्पताल म सूधचत कर।
                                                                                      ै
                                           ै
                                                                                                े
               कोरोना  एक  जानलेवा  बीमार   ह,  जो  कभी  भी  और  ककसी  को  भी  हो  सकता  ह।  इस  भलय  बताई  गई
                                  ें
                                                                                                े
               साविानी अवश्य बरत और सतक रह। बच्चों को भी समझाए और हाथ िुलने की आदत उनम भी भसखाएं
                                           ष
                                               ें
                                                                                            े
                                                              ें
                                         े
               और इस बीमार  को दुतनया स ़ितम करने की जंग म एक बहमूल्य योगदान अपना भी द।
                                                                     ु
                                                         ---------



                                                           63
   58   59   60   61   62   63   64