Page 57 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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   जस बनान क  लए ज री व जटब स
                                                     े
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                                                                                        े

   यहा हम आपक सवन क  लए  ीन जस का उ लख करन जा रह ह,  च क सा क    म साल  साल स उनका सफल
                                         ू
                     ै

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                                                                                                  े
    योग होता रहा ह य द उनक  औषधीय उपयो गता को लकर कोई भी सदह मन म हो तो उस  नकाल द  जए। इनक                             े
                                                             े
                                                                              े
                                                                                                                     ु
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                                                                                                                 े
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                                                                     े
    योग स आपक शरीर को कम स कम कोई नकसान तो नह  होन वाला इस त य को  वीकार करक और मर अनभव
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                                                                            ं
                                                                      े
   पर  व ास करत  ए आग बढ़ आप  वय इनक चम कारी गण  क  शसक बन जाएंग। जसा नीच  दए गए चाट म
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                                                                                                        े
                                                                                                ै

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   स  जय   क   मा ा  जस  का  अनपात  बनाए  रखन  क        स   लखी  गई  ह।  आप  अपनी  ज रत  क  मता बक  व
                                                                                                               ु
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   स  जय /फल  क  उपल ता को  यान म रखकर मा ा को घटा-बढ़ा सकत ह अगर बताई गई स  जय  म स कछ


   उपल   नह   भी  हो  तो  जो  भी  उपल   हो  अपन   ववक  स  उनका  चयन  कर  और  जस   नकालकर  इ तमाल  कर
                                                                                                                े
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                                                       े

   पासली,सलरी, चाइनीस, पोलाड और अ फा फा (अक रत)  वदशी मल क  स  जया  कान  पर उपल  ह। साइ स
                                                                         ू
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                                                                                                               े
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   समह क सभी फल, मसलन सतरा, मौसमी,  नब इ या द  लटमस ट ट म ए सड नजर आत ह परत पट क  लए यह

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    ारीय होत ह इन फल  क रस को जलाकर उसस  ा त राख का  लटमस ट ट कर इस स ाई का   य  अनभव
                                                                                 े
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                                                                                                                     ु
    कया जा सकता ह।
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   स जी                                           इ तमाल यो य  ह सा                                          मा ा ( ाम म)

                                                 े

   अक रत अ फा फा                                 लाग नह                                                         50
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                                                     ु
   चक दर                                      जड़ और तना,  छलक समत                                        100
                                                               े
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                                                                    े
   लौक                                                छलक-बीज समत                                               500
                                                    े
                                                               े
   प ा गाभी                                         जस का तस                                                      250
    शमला  मच                                       बना बीज व डठल क                                           250

                                                             ं
                                                                   े
   गाजर                                               जड़ और तना                                                    200
   सलरी                                              डठल समत                                                       200
                                                        े
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                                                ं
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   खीरा                                                छलक-बीज समत                                              500
                                                               े
                                                    े
   करला                                               छलक-बीज समत                                              100
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                                                    े
                                                               े
   लहसन                                             छलका र हत कली                                                25
        ु
   अदरक                                        जड़ और तना,  छलक समत                                         25
                                                                     े
                                                                े
   आवला                                   फल, बीज र हत और  छलक समत                                     50
                                                                   े
                                                                        े
      ँ
   हरा                                          टमाटर  बज- छलक समत                                            250
                                                                 े
                                                            े
   न ब                                         फल, बीज र हत और  छलक समत                                   50
                                                                          े
                                                                    े
       ू
   पदाना                                                   प  या                                                         50
    ु
                                                         ं
   पासली                                                  प  या                                                        200
                                                         ं

   मली                                              तना,  छलक, प ी समत                                         100
                                                                   े
                                                        े
    ू
   पालक                                                प  या                                                          100
                                                       ं
   शलगम                                       जड़ और तना,  छलक समत                                        100
                                                                    े
                                                               े
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