Page 61 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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    घरेल उपचार
    ए स डट  स झटपट राहत क  लए  न न ल खत घरेल नु ख  म स  कसी एक को  योग म लाएं-

               े
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                                                                  े
                                                      ू
    Û  दन म व रात म सोत समय, 200 स 250  मली. क  मा ा म ठडा  ध ल
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                                                                   ं


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                                                                                              ै
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    Û  ठड  पानी  म   म ी  या  श कर   मलाकर  पीन  स  ए स डट   म  त काल  आराम   मलता  ह  (मधुमेह  क  मरीज  इस  ना

                                                       े
    आजयमाय) ।

    Û ना रयल पानी व गूद का सेवन कर।
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    Û तरबूज, खीरा या कला खाएं ।
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    Û तुलसी क  प  या चबाएं।

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    Û लौग चबाएं अथवा बादाम का सेवन कर।

                           ं
    Û बनाना  म क शेक (ठडा) ल।
    शंका-समाधान
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     या हम  बना कछ खाय- पय  सफ वे जटबल जूस पर एक स ताह रह सकत ह? आमतौर पर वे जटबल जूस क सेवन क                          े

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                                                                                                     े
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    साथ-साथ आपको  नय मत भोजन क  सलाह द  जाती ह। बहरहाल, अगर आप स ताह भर  सफ स  जय  क रस का
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    सेवन करना चाहत ह, तो  नसंदह यह आपको चम कारी प रणाम दगा। इस दशा म शरीर म  वटा म स,  मनर स व ज री


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    एनज  को बनाए रखन क  लए रोजना 2 स 4  लटर क  मा ा म स  जय  का जूस पीएं। शु  क  दन  म आपको कछ न
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                                                                                                                    ु

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    कछ खान-चबान क  इ ा ज र होगी। इस अव ा म गाजर या खीरा चबाय। मुझ  दन म  कतनी बार जूस पीना चा हए?

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     वे जटबल जूस  दन म तीन बार, एक-एक  गलास (200  मली.) क  मा ा म, सात  दन  तक ल। उसक बाद अपनी लाइफ-
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      टाइल क  हसाब स  वंय सु न  त कर  क आपको  यूस कब-कब लेना ह,  कतन  दन तक लेना ह और  कतनी मा ा म।

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    अगर हम जूस क  जगह क ी स  जय  का ही सेवन कर तो  या इतना ही लाभ होगा ?

    अगर आप क ी स  जय  का सेवन करत ह तो बेशक आपको जूस क  ब न बत  यादा फाइबर  मलेगा। ले कन यह भी
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                                                                            े
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    सच ह  क आप क ी स  जय  का सेवन एक सी मत मा ा म ही कर सकत ह, जब क ए स डट   ल ज क  लए अ धक स                            े
    अ धक स  जय  का सेवन आव यक ह। इस लए, म न क ी स  जय  क बजाय उनका जूस पीन क  सलाह द  ह।
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    स  जया अ सर ‘अनहाय ज नक कडीशन’ म उगायी जाती ह। अगर उनका जूस बनाकर सेवन

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     कया जा रहा ह तो इसस इ फ न होन का खतरा भी तो रहता होगा ?
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    क ी स  जय  या उनक जूस क सेवन स आपक  वा य को नुकसान प ंचन का खतरा न क बराबर होता ह। हम अपन                            े
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    घर -रे टोर टस  म  क ी  स  जया  का  सलाद  तो  खात  ही  ह।   या  उसस  कभी  इ फ न   आ  ह  आपको  ?  दरअसल,
                                                                           े
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    हमारेशरीर क  रोग   तरोधी  मता इतनी मजबूत होती ह  क अगर क ी स  जय  क सेवन स कोई खतरा हो भी तो वह
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    उससेआसानी स  नपट लेती ह।  फर आप  लवर व  कडनी  ल ज करक अपनी इ यू नट  को और भी मजबूत बना लेत ह।

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    बावजूद इसक अगर आपको एह तयात बरतना ही ह तो जूस बनान स पहल स  जय  को थोेड़ी दर क  लए पोट शयम
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                                                                                                                    े
    परम गनेट क घोल म  भगोकर रख द। आपको शायद याद हो, 02  दसंबर, 2015 को आक  मक बरसात क चलत पूरा
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    चे ई शहर बाढ़ क  चपेट म आ गया था। कछ जगह  पर तो पानी क  स लाई करन वाली पाइ स म नाली का गंदा पानी
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                                                                                                                  ्
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                                    ं
    तक चला गया था।  फर भी वहा कोई बीमारी या महामारी का  कोप दखन को नह   मला। ऐसा इ से  टसाइडस और
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    पे  टसाइडस क  छड़काव क कारण नह   आ था। ब  क वहा रह रह लोग  क मजबूत इ यून  स टम न उ ह बीमार नह
                                                                                                         े
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    होन  दया था। म तो बोतलबंद पानी क भी  खलाफ  । दश क  98 फ सद  आबाद  नल का ही पानी पीती ह।  कसी को
                                                                                            े
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    कछ भी नह  होता। जो दो फ सद  लोग तथाक थत ‘ योर’  मनरल वाटर को  योग म लात ह उनक  इ यू नट  भी काफ


    मजबूत होती ह, ले कन  व ापन  क झांस म पड़कर व बोतलबंद पानी का  योग करना ही बेहतर मानत ह।
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