Page 235 - Udaan Trial Book
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गु श य आनलाइन गु करत ह गुहार
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माल वका नंद ( श का) कहत ह पुकार पुकार
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अब छोड़ो हमार ार ।
ह कोरोना माता
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गु श य आनलाइन
जब स आई कोरोना महामारी , अब तो
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पढ़ाई लखाई क ई नई तैयारी । सुनो हमारी गाथा ।
आनलाइन श ा न अपनी ज़ोर पकड़ी , घर क चारद वारी का
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गु श य म जोश थी तगड़ी । चूभता ह जो शूल
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छा करन लग ह वाह वाह इसस तो अ ा होता
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क हम जाएँ अपन कल,
मा बाप क च ता स नकली आह । े ू
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दना पड़ा जो ब क हाथ म मोबाईल , हम जाएँ अपन कल।
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ब क चेहर पर दखो तो यह माइल ।
छा क लए तो मज़ा ही मज़ा ,
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श क को लगता द गई ह सज़ा ।
सुबह स खोलकर बैठना पड़ता क यूटर,
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शाम होत होत लगन लगता यह टॉच र ।
ब करत उलट पुलट सवाल ,
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जानत ह,
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कोई नह उधेड़ सकता उनक खाल।
गु अब घर बैठ ही कलबुलाए,
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न जान कब ऐस छा क कान हाथ म आए।
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जब श क करत ह सवाल
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नेटवक इ य का मचता बवाल ।
गु क हाथ ह बंध जात,
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ब घर बैठ मंद मंद मु करात ।
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Riddhima sen
Class- XI