Page 17 - E-magazine_October-2021
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प्रद ू षण



                                                                                               े
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                                                                                      ै
                 ें
         भारत म प्रद ू षण- जपछल कछ वषों म भारत क जलए एक बडी समस्या रही ह। इस लख म हम भारत
                                                       े
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                                     ें
         म प्रद ू षण क स्तर क बार म बात करग, भारत म प्रद ू षण का प्राथजमक कारण क्या रहा ह? भारत म            ें
                                                                                           ें
                                                                ै
         प्रद ू षण को कम करन क जलए क्या जकया िा सकता ह?सरकार प्रद ू षण क बार म क्या कर रही ह? ,
                                                                                        े
                                                                                   े
                                 े
                                                                                                           ै
                               े
         हम नागररक क रूप म क्या कर सकत ह? और कस प्रद ू षण का स्तर कम हो रहा ह।
                                                 े
                                                               े
                                                   ैं
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                 ें
         भारत म प्रद ू षण का स्तर।
                 ें
                                                                        े
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         भारत म प्रद ू षण अपन उच्चतम स्तर पर रहा ह, लजकन जपछल कछ वषों स इसम कमी आई ह।
                                                        ै
                                                                                                        ै
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         प्रद ू षण का स्तर 2015 स 2018 तक चढ़ गया। लजकन, प्रद ू षण का स्तर 2018 स 2021 तक कम हो
               ै
         गया ह।
                                                       ै
                 ें
         भारत म प्रद ू षण का प्रमख कारण क्या रहा ह?
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                                                                                                   ै
         भारत म प्रद ू षण का सबस बडा कारण जपछल कछ वषों म हुआ जवशाल औद्योगीकरण ह। इसन कई
                                    े
                                                                                                           े
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                                                                                          ै
                                             े
         कारखानोां को िन्म जदया ह, जिसस बहुत अजधक औद्योजगक कचरा जनकलता ह। औद्योगीकरण
                                     ै
         अथव्यवस्था क जलए अछॎछा ह लजकन यह पयावरण क जलए अछॎछा नहीां ह।
                                                               े
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                                                                                    ू
                                                                         े
          प्रद ू षण वाहनोां स जनकलन वाली गसोां, िीवाश्म ईांधन क िलन, हवा म धल, भारत म जवजभन्न स्थानोां
                                             ै
                       ां
                         ां
         पर जबिली सयत्ोां आजद क कारण भी होता ह।
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                                                       ै
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                 ें
         भारत म प्रद ू षण को कम करन क जलए क्या जकया िा सकता ह?
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                                                                         ै
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          कछ चीि िो हम प्रद ू षण को कम करन क जलए कर सकत ह, वह ह CNG िस                    े
           ु
         अजधक जिकाऊ ईांधन का उपयोग करना। हम सौर ऊिा, पवन ऊिा आजद िस                        े
                                                                                         ै
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         ऊिा उत्पादन क अजधक तरीकोां का भी उपयोग कर सकत ह। CNG िस ईांधन
                                                                      े
                                                                   ैं
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         प्राकजतक गस की तलना म काफी कम उत्सजित करत ह।
                     ै
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                                    ें
         सरकार प्रद ू षण क बार म क्या कर रही ह?
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                                      ु
         सरकार न राष्ट् र ीय स्वछॎछ वाय कायक्रम नामक एक पहल शरू की ह। यह पहल कारखानोां और
                     ां
                                                                      ां
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                                                                                                  ै
         जबिली सयत्ोां द्वारा हवा म छोडी गई गसोां की मात्ा को जनयजत्त करन म मदद करती ह। इतना ही
                                                                                 े
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                                                                                                     ै
         नहीां, बत्मि भारत न एक नई योिना भी शरू की ह जिस ऑड-ईवन योिना कहा िाता ह, यह
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                                                                         ां
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                                             े
         योिना नबर प्लि का उपयोग करक वाहनोां की सख्या को जनयजत्त करती ह।
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         जकसानोां को पराली िलान स रोकन क जलए न कवल भारत सरकार न भी एक
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         पहल शरू की ह। पराली को सरजित तरीक स जनपिान क जलए ल िाया िाता ह।
         हम नागररक क रूप म क्या कर सकत ह?
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         कछ चीि िो हम नागररक क रूप म प्रद ू षण को कम करन क जलए कर सकत ह:
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         साइजकल का उपयोग शरू करन का प्रयास कर।
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         साविजनक पररवहन का उपयोग करन का प्रयास कर।
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         एयर कडीशनर की िगह पख का इस्तमाल कर।
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                                   े
         पिाखोां क प्रयोग स बचन की कोजशश कर।
                                                                  Name: Anshuman Azad
         ररसाइकल करन का प्रयास कर।
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                                                                                                                 17
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