Page 57 - केंद्रीय विद्यालय बड़ोपल ई- पत्रिका
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“वनज भाषा उन्नवत अहै, सब उन्नवत को मूल,




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                        वबनु वनज भाषा-ज्ञान क, वमटत न वहय को सूल ।




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                             अाँग्रेजी पद़ि क जदवप, सब गुन होत प्रिीन,




                            पै वनज भाषा-ज्ञान वबन, रहत हीन क हीन ।
                                                                                     े









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